Udaipur उदयपुर आए महाराणा प्रताप अवार्डी डॉ. तेजराज, बोले: मैंने सबसे पहले सालों से जमे कोचों को हटाया
उदयपुर न्यूज डेस्क, अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में पहला गोल्ड जिताने वाले डॉ. तेजराज सिंह ने कहा कि 23 नवंबर 2021 को जब वह इंडियन हैंडबाल एसोसिएशन के सचिव बने तो सबसे पहला काम उन्होंने उन कोचों को हटाने का किया, जिनके पास 10-15 साल से बैठे हैं। . नए कोच नियुक्त करें। नतीजा यह रहा कि हाल ही में हुई एशियन चैंपियनशिप में लड़कियों की अंडर-20 टीम ने गोल्ड जीता। देश के इतिहास में पहली बार चैंपियनशिप में 4 टीमें खेलने आई हैं। पुराने कोच कोई खास नतीजा नहीं दे रहे थे। डॉ. तेजराज ने भास्कर से बातचीत में यह बात कही।
वह उदयपुर के गांधी मैदान में शुरू हुई राज्य स्तरीय हैंडबाल प्रतियोगिता में भाग लेने आया था। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने लड़कियों के लिए जयपुर में और लड़कों के लिए जैसलमेर में हैंडबाल अकादमी खोली है। स्कूल स्टेट प्रतियोगिता में इस वर्ष जैसलमेर की बालक टीम ने स्वर्ण पदक जीता। अगर सरकार दूसरे जिलों में भी अकादमियां खोलती है तो आने वाले समय में हमें अच्छे खिलाड़ी मिल सकेंगे।
1995 में भारतीय हैंडबॉल टीम के लिए गोल्ड जीता
वर्ष 1995 में डॉ. तेजराज सिंह सीनियर भारतीय हैंडबॉल टीम के कप्तान थे। उनकी कप्तानी में भारतीय हैंडबॉल टीम ने पहली बार स्वर्ण पदक जीता। डॉ. सिंह मूल रूप से झुंझुनू जिले के रहने वाले हैं और वर्तमान में जयपुर में रहते हैं। वहीं, राजस्थान खेल परिषद में खेल कोटे से जनसंपर्क अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं.