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Sriganganagar सात महीने में पाकिस्तान से आया 200 करोड़ का ड्रग्स

 
राजस्थान में पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी, घर से मिली करोड़ों की ड्रग्स, मचा हड़कंप 

श्रीगंगानगर न्यूज़ डेस्क, 'यह देश का आखिरी हिस्सा है। जमीन रेतीली है... खेती बहुत कम होती है। आसपास के गांवों में रहने वाले युवा बेरोजगार हैं। नशा तस्कर उन्हें लालच देते हैं। हेरोइन की एक पुड़िया पहुंचाने के लिए वे एक लाख रुपए तक का लालच देते हैं। युवा उनके जाल में फंसकर हेरोइन तस्करी के धंधे में लग जाते हैं।'

यह कहना है राजस्थान के अनूपगढ़ जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित गांव 6एमएसआर निवासी मोनू स्वामी का।

मोनू का कहना है कि उनके इलाके के दर्जनों युवा अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए नशा तस्करों के चंगुल में फंस चुके हैं। ज्यादातर मासूम लड़कों को पता ही नहीं होता कि वे कितना बड़ा अपराध कर रहे हैं। इस नशे की वजह से देश में कितनी तबाही मचेगी। उन्हें एक छोटे से काम के बदले मिलने वाले लाखों रुपए नजर आते हैं।

15 जुलाई 2024 को बीएसएफ ने रावल क्षेत्र में सीमा चौकी नेमीचंद के पास रहने वाले 21 वर्षीय युवक को पकड़ा। वह पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भारतीय सीमा में गिराई गई हेरोइन की खेप लेने आया था। बीएसएफ जवान ने उसे पकड़कर रावल पुलिस के हवाले कर दिया।

अनूपगढ़ डीएसपी अमरजीत चावला ने बताया कि इस साल करीब 6 ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। इस इलाके में स्थानीय युवाओं का 'कैरियर बॉय' के तौर पर इस्तेमाल बढ़ रहा है। इस मामले में 20 साल की सजा का प्रावधान है।

पिछले दो-तीन साल में देश में पाक सीमा पर ड्रोन के जरिए हेरोइन तस्करी के मामले तेजी से बढ़े हैं। इसे देखते हुए 'दैनिक भास्कर' ने पिछले 10 साल में हेरोइन तस्करी और गिरफ्तारियों की पड़ताल की। ​​इसमें सामने आया कि भारत से सटे बीकानेर, श्रीगंगानगर, अनूपगढ़ जिलों की पाकिस्तान से लगती 396 किलोमीटर लंबी सीमा पर पिछले तीन साल में ड्रोन के जरिए हेरोइन तस्करी जोरों पर शुरू हो गई है।