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Rajsamand आरटीपीसीआर से होगी इसकी टेस्टिंग, आर.के. में आइसोलेशन वार्ड में 12 बेड सुरक्षित

 
Rajsamand आरटीपीसीआर से होगी इसकी टेस्टिंग, आर.के. में आइसोलेशन वार्ड में 12 बेड सुरक्षित
राजसमंद न्यूज़  डेस्क , राजसमंद देश में लगातार एचएमपीवी के केस सामने आने पर चिकित्सालय प्रशासन अलर्ट हो गया है। चिकित्सालय में आइसोलेशन के 12 बेड उपलब्ध है। चिकित्सालय प्रशासन का दावा है कि यह वायरस घातक नहीं है, लेकिन इससे सर्तक रहने की आवश्यकता है। चिकित्सालय प्रशासन का दावा है कि दवाईयों से लेकर ऑक्सीजन सभी सुविधाएं चिकित्सालय में उपलब्ध हैएचएमपीवी वायरस से ग्रस्त लोगों की संया का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। हालांकि इस वायरस से छोटे बच्चों, कमजोर इयुनिटी और बुर्जुगों के संक्रमित होने की संभावना अधिक होती है। हालांकि चिकित्सकों ने बताया कि यह वायरस घातक नहीं है। सर्तक रहकर ही संक्रमण से बचा जा सकता है। ि चकित्सालय में बारह आइसोलेशन बेड पर सभी सुविधाएं उपलब्ध है। ऑक्सीजन प्लांट भी चालू है। चिकित्सालय प्रशासन के अनुसार चिकित्सालय में सभी तरह की दवाईयां और पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध है। उल्लेखनीय है कि कोरोना के दौरान ऑक्सीजन प्लांट आदि नहीं होने के कारण सर्वाधिक परेशानी हुई थी। इसके कारण प्रत्येक जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लांट आदि बनाए गए थे, जो क्रियाशील अवस्था में है।

राजसमंद प्रदेश में सर्दी का कहर तेज होने और शीतलहर चलने से मौसमी बीमारियों से ग्रस्त रोगियों की संया लगातार बढ़ती जा रही है। इससे बच्चों में भी सर्दी-जुकाम, बुखार और निमोनिया के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में बच्चों का आउटडोर 100 के पार पहुंच रहा है, जो कभी सर्दियों में 50 से 70 के बीच रहता था।प्रदेश में सर्दी के सीजन को हेल्दी सीजन कहा जाता था, लेकिन पिछले कुछ वर्षो से लगातार सर्दी में सर्दी-जुकाम-बुखार और निमोनिया के रोगी लगातार बढऩे लगे हैं। इसकी चपेट में आमजन के साथ छोटे बच्चे भी आ रहे हैं। स्थिति यह है कि चिकित्सालय में रजिस्ट्रेशन से लेकर चिकित्सक के कक्षों के बाहर रोगियों की लाइनें लग रही है। यही स्थिति बाल चिकित्सा विभाग में भी देखने को मिल रही है। यहां भी सर्वाधिक बच्चे मौसमी बीमारियों के साथ निमोनिया से ग्रस्त आ रहे हैं। ऐसे में बच्चों के साथ बड़ों को भी सर्दी से बचाव के पुता इंतजाम किए जाने चाहिए।