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Pratapgarh रेणिया मंगरी में बनाई जा रही लवकुश वाटिका, प्रथम चरण के निर्माण कार्य पूर्ण

 
Pratapgarh रेणिया मंगरी में बनाई जा रही लवकुश वाटिका, प्रथम चरण के निर्माण कार्य पूर्ण
प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क, प्रतापगढ़ कांठल में पर्यटन की विपुल संभावनाओं को अपने आंचल में समेटे हुए है। ऐसे में यहां कई जगह पिकनिक स्पॉट बन सकते हैं। ऐसे में यहां गौतमेश्वर के बाद धरियावद के रेणिया मगरी में ईको ट्यूरिज्म के तहत लवकुश वाटिका विकसित की जा रही है। इस लवकुश वाटिका के जरिए आमजन प्रकृति से रूबरू हो सकेंगे। साथ ही लोगों को यहां प्राकृतिक परिवेश में घूमने-फिरने और बच्चों को मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे। गौरतलब है कि पर्यटन की विपुल संभावनाओं को देखते हुए गत वर्षों में गौतमेश्वर में लवकुश वाटिका विकसित की गई है। जिससे यहां का वातावरण काफी आकर्षिक कर रहा है। इसे देखते हुए ईको ट्यूरिज्म के तहत अब धरियावद के रेणिया मंगरी में भी करीब 19 हैक्टेयर में लवकुश वाटिका विकसित की जा रही है। यहां वन विभाग की ओर से लवकुश वाटिका तैयार की जा रही है। जिसमें प्रथम चरण के सभी कार्य पूर्ण हो चुके हैं। जबकि दूसरे चरण के कार्य किए जा रहे हैं। जल्द ही लवकुश वाटिका शीघ्र ही शुरू की जाएगी। विभाग का मानना है कि लवकुश वाटिका के विकसित होने से ना केवल वन एवं वृक्षों के संरक्षण के लिए जनचेतना जागृत होगी। बल्कि लोगों को प्रकृति से रूबरू होने का अवसर मिलने के साथ धरियावद में एक पर्यटन स्थल भी विकसित हो सकेगा।

प्रथम चरण में यह हो रहे कार्य

यहां लवकुश वाटिका में प्रथम चरण में 19 हैक्टेयर में रेणिया मंगरी में कार्य किए जा रहे हैं। जिसमें कुल दो करोड़ रुपए की स्वीकृति हुई है। जिसमें प्रथम चरण में करीब 40 लाख रुपए के कार्य हो चुके हैं। जिसमें 6 फीट ऊंचाई की करीब 616 मीटर की चार दीवारी का निर्माण कराया गया है। वहीं रास्तों की मरमत के साथ प्रकृति पथ बनाया गया है। इसमें तीन गजेबो हट बनाई गई है। इनको सैल्फी प्वाइंट का भी लुक दिया गया है। इसके साथ ही यहां पौधरोपण किया गया है। साथ ही मुय द्वार का निर्माण कराया गया है।

फोरस्ट चौकी, सोलर संयंत्र

यहां पर वन विभाग की ओर से यहां कार्मियों के लिए फोरेस्ट चौकी का निर्माण कराया जा रहा है। इस पर बिजली की सुविधा के लिए सोलर संयंत्र लगाया जाएगा। साथ ही ट्यूबवेल भी लगाई जाएगी। पक्की दीवार का निर्माण भी 391 मीटर लंबाई का किया जा रहा है।

औषधियों और सुगंधित पुष्पों से महकेगी वाटिका

लवकुश वाटिका को हरा-भरा बनाने के लिए वन विभाग की ओर से 11 हजार से अधिक पौधे भी लगाए गए हैं। जिनमें विभिन्न किस्मों के पौधे शामिल हैं। छायादारए फलदार पौधों के अलावा औषधिय पौधे भी वाटिका में रोपे गए हैं। पर्यटकों को बैठने के लिए बैंच लगवाने के साथ पानी के प्रबंध भी किए जाएंगे।