Pratapgarh साइबर अपराधों व बचाव के विभिन्न तरीकों की लोगों को दी जानकारी
प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क, प्रतापगढ़ मिशन नवदुर्गा व साइबर शील्ड अभियान के तहत महिलाओं के संर्वागीण सशक्तिकरण के क्रम में महिला अधिकारिता विभाग की 50 ग्राम साथिनों के आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन जिला कलक्टर डॉ अंजलि राजोरिया व जिला पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार बंसल के निर्देश पर जिला पुलिस अति अधीक्षक बलवीर सिंह की ओर से साइबर सुरक्षा पर ग्राम साथिनों के साथ संवाद सत्र का आयोजन खेलगांव स्थित मल्टीपरपस इनडोर स्टेडियम प्रतापगढ़ में किया गया। सहायक निदेशक महिला अधिकारिता विभाग नेहा माथुर ने बताया की 8 से 17 जनवरी तक चलने वाले दस दिवसीय साथिन आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन अपर पंच, मिडल पंच, फिंगर अटैक व अन्य अटैक के अलावा साईबर अपराध एवं डिजीटल अवेयरनेस पर पुलिस विभाग की ओर से एक सत्र का आयोजन किया गया। सत्र में एएसआई प्रताप सिंह , एमएफसी ऋतुराज एवं अन्य द्वारा साथिनों को साईबर अपराधों के प्रकार डीप फेक विडियो ऑडियो कॉल, एपीके फाईल आदि के बारे में बताया व साथ ही सोशल मीडीया पर प्राईवेसी एवं अन्य परमिशन के उचित उपयोग के बारे में भी जानकारी दी।
टीम की ओर से साईबर अपराध होने पर तुरंत रिपोर्टिंग के लिए 1930 हेल्पलाईन एवं प्रतापगढ जिले के लिए जारी विशेष हेल्पलाईन नंबर 9257749686 के बारे में भी बताया। ऑनलाईन एवं दूरसंचार विभाग द्वारा संचालित चक्षु एप पर भी इस संबंध में रिर्पोट करवाई जा सकती है। टीम की ओर से सभी पोर्टल पर पासवर्ड में मोबाईल नंबर, जन्मदिनांक आदि की जगह स्पेशल करेक्टर का उपयोग करने की सलाह दी। साथ ही किसी भी प्रकार की आनलाईन शांपिग या किसी भी सेवा के लिए गूगल पर दिए गए नंबरों का उपयोग करने से बचने की सलाह दी। उन्होंने बताया की इस प्रकार की वेबसाईट फिंशंग वेबसाईट या नंबर हो सकते है। टीम की ओर से बताया गया की किसी भी स्थिति में अपने ओटीपी किसी को भी शेयर न करे। सामाजिक स्थानों पर वाईफाई एवं पब्लिक चार्जर का उपयोग करने से बचे। साइबर अपराध का शिकार होने भी जल्द से जल्द उसकी रिपोर्ट करवाएं । इस प्रकार के अपराधों में जागरूकता ही बचाव का प्रमुख साधन होती है एवं साथिन ग्राम पंचायत स्तर पर व मुख्यत: महिलाओं को इस संबंध में जागरूक बनाने में मुख्य भूमिका निभा सकती है।