Pratapgarh विद्यालय में मूलभूत सुविधाओं का अभाव, फिर भी परिणाम उत्कृष्ट
Oct 26, 2024, 15:52 IST
प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क, प्रतापगढ़ जिला सम्पूर्ण आदिवासी बहुल क्षेत्र है। जिले के धरियावद उपखण्ड अंतिम छोर पर बसा पारसोला हुआ है। इसके बाद डूंगरपुर जिले की सीमा शुरू हो जाती है। वहीं कस्बे के समीप जिले की सीमा पर स्थित ग्राम पंचायत भरकुंडी स्थित है। यहां के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है। इसके बावजूद भी इस विद्यालय का गत वर्षों से परिणाम श्रेष्ठ रहा है। विद्यालय के आंकड़ों के अनुसार यहां गत वर्षों से कक्षा दसवीं और 12वीं का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहता आया है। जबकि यहां पर कई मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। शिक्षकों की कमी भी यहां हमेशा से रही है। इसके बावजूद भी यह विद्यालय आसपास के विद्यालयों के लिए नजीर बना हुआ है। कहने को तो सरकार ने ढाणी ढाणी व हर ग्राम पंचायत ने उच्च माध्यमिक विद्यालय खोल दिए। लेकिन आज भी कई विद्यालय मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। भरकुंडी में 1960 में प्राथमिक, 1994 में उच्च प्राथमिक, 2010 में माध्यमिक व 2014 में उच्च माध्यमिक विद्यालय क्रमोन्नत हुआ। वहीं 2023 से बीएफ आई व्यवसायिक शिक्षा भी प्रारंभ हुआ है। पुराने जर्जर छोटे भवन में उच्च माध्यमिक का संचालन नही होने से पूर्ववर्ती सरकार ने विद्यालय के लिए 4 बीघा जमीन पर 5 कक्षा कक्ष का निर्माण करवाया। पुराने भवन में पहली से सातवीं व नए भवन में आठवीं से 12 वी कक्षाएं चलती हैं। दोनों भवनों की दूरी डेढ़ सेे दो किलोमीटर की है।
वर्तमान में इस विद्यालय में कुल 475 का नामांकन है। कुल स्वीकृत 23 पद में से प्रथमाचार्य, व्याख्याता, सहित 14 पद रिक्त पड़े हैं। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी नहीं है। कार्यवाहक प्रधानाचार्य वीरराजसिंह ने बताया कि तीन वर्षों से नतो प्रधानाचार्य नहीं कोई व्यख्याता है। तीन पंचायत सहायक के साथ उपलब्ध शिक्षकों की मेहनत से गत तीन वर्षों से दसवीं व 12 वी का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा है। नए भवन में स्टॉफ व भामाशाह के सहयोग से मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। विभाग को नए भवन में 5 ओर कक्षा कक्ष स्वीकृत करवाने का प्रस्ताव भिजवाया गया है। साथ ही समय समय पर शिक्षकों की कमी को भी ग्राम पंचायत प्रशासन के मार्फ़त अवगत कराते हैं।
