Aapka Rajasthan

Pali विभाग ने की ई-मित्रों की जांच, करवाई वीडियोग्राफी

 
Pali विभाग ने की ई-मित्रों की जांच, करवाई वीडियोग्राफी

पाली न्यूज़ डेस्क, पाली  जिले में बेलगाम हो चुके ई-मित्रों के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग की ओर से कार्रवाई की है। वहां विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने वीडियोग्राफी करवाई। इसमें एक ई-मित्र की शिकायत पर जुर्माना लगाया है। जिसके यहां रेट लिस्ट आमजन को दिखने वाले स्थल पर नहीं लगाई थी।ई-मित्रों पर आमजन से मनमानी राशि वसूलने को लेकर राजस्थान पत्रिका की ओर से ई-मित्र बने लूट के केन्द्र...सरकारी रेट दरकिनार, मजबूरी देख वसूली...शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर समाचारों का प्रकाशन किया। इसके बाद विभाग के अधिकारी चेते और कार्रवाई शुरू की। हालांकि अभी भी कई ई-मित्रों पर रेट सूची नहीं लगी या ऐसी जगह पर लगाई। जो काउंटर के भीतर जाने पर ही नजर आती है। ई-मित्र के बाहर की दीवारों पर सूची नहीं है।

जिले में 1740 ई-मित्र

पाली जिले के जैतारण व रायपुर को छोड़ने के बाद शेष में 1740 ई-मित्र है। पहले यह संख्या 2300 के करीब थी। पाली शहर में करीब 250 ई-मित्र है। विभाग की ओर से पिछले साल अक्टूबर तक 644 ई-मित्रों पर जांच की गई। इनमें से 78 ई-मित्रों से 1 लाख 11 हजार 900 रुपए जुर्माना लगाया था। जबकि अनियमितता बरतने पर तीन ई-मित्र बंद कर दिए थे।

रेट लिस्ट नहीं लगाने पर 1000 रुपए जुर्माना

हर ई-मित्र पर रेट लिस्ट लगाना अनिवार्य है। जहां रेट लिस्ट नहीं लगी है, उस पर 1000 रुपए जुर्माना लगाया जाता है। ई-मित्र पर अधिक राशि लेने सहित अभद्र व्यवहार करने की शिकायत की जा सकती है। लिखित में शिकायत देने पर विभाग इस पर कार्रवाई करता है।