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झारखंड : गढ़वा में एक स्वास्थ्य केंद्र से जारी किए गए हजारों फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, शुरू हुई उच्चस्तरीय जांच

गढ़वा, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। झारखंड के गढ़वा जिला अंतर्गत धुरकी प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से हजारों की संख्या में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी किए जाने का मामला उजागर होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जांच शुरू की है।
 
झारखंड : गढ़वा में एक स्वास्थ्य केंद्र से जारी किए गए हजारों फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, शुरू हुई उच्चस्तरीय जांच

गढ़वा, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। झारखंड के गढ़वा जिला अंतर्गत धुरकी प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से हजारों की संख्या में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी किए जाने का मामला उजागर होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जांच शुरू की है।

प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि केंद्र से अब तक करीब 11 हजार जन्म प्रमाण पत्र निर्गत किए गए हैं, जिनमें से लगभग 9 हजार प्रमाण पत्र संदिग्ध या फर्जी प्रतीत होते हैं।

अधिकांश फर्जी प्रमाण पत्र झारखंड के गुमला, बोकारो, जामताड़ा, धनबाद और पलामू के फर्जी पतों पर बनाए गए हैं। सिविल सर्जन डॉ. जान एफ. केनेडी और एसडीओ प्रभाकर मिर्धा ने धुरकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का संयुक्त निरीक्षण कर मामले की प्रारंभिक जांच की।

सिविल सर्जन ने बताया कि तीन सदस्यीय समिति ने अगस्त, सितंबर और अक्टूबर 2025 के दौरान प्रमाण पत्र निर्गत प्रक्रिया के सभी रिकॉर्ड और दस्तावेजों की समीक्षा की।

जांच के दौरान जन्म प्रमाण पत्र में गड़बड़ियों के मामले में केंद्र के दो ऑपरेटर गौतम चंद्रवंशी और मनोज कुमार चंद्रवंशी की भूमिका को संदिग्ध पाया गया और उनसे पूछताछ की गई।

उपलब्ध दस्तावेज और डिजिटल लॉग की पड़ताल से पता चला कि कुछ प्रमाण पत्रों को ओटीपी वेरिफिकेशन किए बिना ही जारी किया गया है। यह प्रवृत्ति साइबर क्राइम का स्वरूप भी ले सकती है, इसलिए प्राथमिकी दर्ज कराने पर भी विचार किया जा रहा है। शिकायतें मिलीं कि धुरकी केंद्र से साहेबगंज और पाकुड़ जैसे दूरस्थ जिलों के लोगों के जन्म प्रमाण पत्र भी बनाए गए। समिति ने कई प्रमाण पत्रों को वास्तविकता के विपरीत और गलत मानकर तत्काल रद्द करने के आदेश दिए हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने सभी संबंधित रिकॉर्ड सीज कर दिए हैं और आगे के सत्यापन के लिए तकनीकी टीम बुला ली गई है। यदि जरूरत पड़ी तो साइबर सुरक्षा एजेंसी से भी सहयोग लिया जाएगा। प्रभावित लोगों के लिए सही दस्तावेजों की पुनःजांच और आवश्यक सुधार प्रक्रियाएं लागू की जाएंगी।

--आईएएनएस

एसएनसी/एसके