मार्केट आउटलुक: महंगाई, घरेलू एवं वैश्विक आर्थिक आंकड़ों से अगले हफ्ते तय होगा बाजार का रुख
मुंबई, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए अगला हफ्ता काफी अहम होना वाला है। महंगाई, म्यूचुअल फंड, एफआईआई और घरेलू एवं वैश्विक आर्थिक आंकड़ों से बाजार का रुख तय होगा।
इससे अलावा भारत और रूस के मजबूत होते रिश्तों के बीच अमेरिका-भारत में संभावित ट्रेड समझौते पर अगले हफ्ते निवेशकों की निगाहें होंगी।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा, व्यापार, अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, संस्कृति और मीडिया से जुड़े 16 नए समझौते हुए।
पुतिन ने आश्वासन दिया कि रूस भारत को ईंधन की स्थिर और निर्बाध आपूर्ति प्रदान करता रहेगा । उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ एक व्यापार समझौते पर भी बातचीत कर रहा है, जिसने नई दिल्ली से रूसी तेल की खरीद कम करने का आग्रह किया है।
सरकार की ओर से महंगाई के आंकड़े 12 दिसंबर को जारी किए जाएंगे। अक्टूबर में खुदरा महंगाई 0.25 प्रतिशत थी। इसके अलावा, इसी दिन विदेशी मुद्रा भंडार और ग्रोथ ग्रोथ के आंकड़े आएंगे, जिनका बाजार पर असर पड़ सकता है।
इसके अलावा अमेरिका के आर्थिक आंकड़े भी वैश्विक बाजारों को दिशा देने का काम करेंगे, जिसमें अमेरिकी फेड का ब्याज दरों पर निर्णय शामिल है।
भारतीय शेयर बाजार के लिए पिछला हफ्ता मिलाजुला रहा। निफ्टी 16.50 अंक या 0.06 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 26,186.45 और सेंसेक्स 5.70 अंक या 0.01 प्रतिशत की हल्की कमजोरी के साथ 85,712.37 पर बंद हुआ।
इस दौरान मिडकैप और स्मॉलकैप में गिरावट देखी गई। निफ्ट मिडकैप 100 इंडेक्स 448.65 अंक या 0.73 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 60,594.60 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 321.50 अंक या 1.80 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,507.75 पर था।
बीते हफ्ते निफ्टी आईटी 3.47 प्रतिशत की तेजी के साथ सबसे अधिक बढ़ने वाला इंडेक्स था। इसके अलावा, ऑटो, मेटल, प्राइवेट बैंक और सर्विसेज इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए।
दूसरी तरफ एनर्जी, फार्मा, एफएमसीजी, रियल्टी, इन्फ्रा, पीएसई और कंज्यूमर ड्यूरेब्स लाल निशान में बंद हुए।
--आईएएनएस
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