मेहनत हमने की और पीठ ये थपथपा रहे हैं : पूर्व सीएम भूपेश बघेल
रायपुर, 22 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शुक्रवार को सुरक्षाकर्मियों द्वारा 10 नक्सलियों के मारे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को प्रतिक्रिया दी।
भूपेश बघेल ने कहा, “जब नक्सलवाद का प्रभाव बढ़ा था, तब आदिवासी क्षेत्रों से लोगों ने पलायन किया था। लगभग 600 गांवों के आदिवासी लोग आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की ओर पलायन कर गए थे। लेकिन, हमारी सरकार के प्रयासों से इन गांवों को नक्सलियों से मुक्त कराया गया। इसके बाद सरकार ने इन गांवों में आवश्यक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया था। सड़कों का निर्माण, स्कूलों की स्थापना, पीडीएस प्रणाली का विस्तार, रोजगार के नए अवसर प्रदान किए गए थे, और लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं की सुविधा भी दी गई थी। इस तरह से सरकार ने इन आदिवासी गांवों में लोगों का विश्वास फिर से अर्जित किया। इसके अलावा, इन गांवों के लोगों को जमीन का पट्टा भी दिया गया और समर्थन मूल्य पर उनकी फसल की खरीद की व्यवस्था की गई, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आया।”
उन्होंने कहा, “अबूझमार क्षेत्र में सरकार द्वारा विकास कार्य किए गए। वहां सरकार ने दो पुलों का निर्माण किया, जिससे क्षेत्र में आवागमन की सुविधा बहाल हुई। इस क्षेत्र में हजारों आदिवासी परिवारों को जमीन का पट्टा दिया गया और सिंचाई व्यवस्था में सुधार किया गया, जिससे उनकी कृषि में सुधार हुआ। इसके अतिरिक्त, यहां टेलीफोन सेवा और अन्य बुनियादी सुविधाएं भी मुहैया कराई गईं, जिससे नक्सली गतिविधियों के खिलाफ सरकार को न केवल सफलता मिली, बल्कि नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई में भी मदद मिली।”
उन्होंने कहा, “इन सभी प्रयासों से सरकार ने नक्सली क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति मजबूत की और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में योगदान किया, जो पहले शायद संभव नहीं था। सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों के कैंप स्थापित किए, विशेष रूप से कोर क्षेत्र में, जहां पहले कैंप स्थापित करना एक चुनौतीपूर्ण काम था। ये सभी प्रयास आज सफलता की ओर अग्रसर हो रहे हैं, और सरकार अपनी इन उपलब्धियों पर गर्व महसूस कर रही है।”
--आईएएनएस
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