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प्रवासी भारतीय दिवस ओडिशा की समृद्ध संस्कृति को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का महान अवसर : सीएम माझी

भुवनेश्वर, 7 जनवरी (आईएएनएस)। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मंगलवार को कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस ओडिशा की समृद्ध कला, संस्कृति और विरासत को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का एक महान अवसर है।
 
प्रवासी भारतीय दिवस ओडिशा की समृद्ध संस्कृति को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का महान अवसर : सीएम माझी

भुवनेश्वर, 7 जनवरी (आईएएनएस)। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मंगलवार को कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस ओडिशा की समृद्ध कला, संस्कृति और विरासत को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का एक महान अवसर है।

मुख्यमंत्री ने एक वीडियो संदेश में कहा, "18वां प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) कल से 10 तारीख तक तीन दिनों के लिए भुवनेश्वर में मनाया जाएगा। दुनिया भर से भारतीय ओडिशा आ रहे हैं। प्रवासी भारतीय दिवस ओडिशा की समृद्ध कला, संस्कृति और विरासत को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का एक शानदार अवसर है।"

उन्होंने कहा, "मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि इस अवसर पर प्रवासी भारतीयों का स्वागत करें और उन्हें उचित सम्मान दें। आइए हम सब मिलकर इस प्रवासी भारतीय दिवस को सफल बनाएं और यह सुनिश्चित करने का प्रयास करें कि प्रवासी भारतीयों को ओडिशा में अपने जीवन का सबसे अच्छा अनुभव मिले।"

उल्लेखनीय है कि ओडिशा पहली बार 18वें प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह तैयार है। 18वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन ओडिशा सरकार के सहयोग से 8 से 10 जनवरी तक भुवनेश्वर में आयोजित किया जा रहा है।

प्रवासी भारतीय दिवस समारोह में सात हजार से अधिक प्रतिनिधियों के शामिल होने की संभावना है।

प्रवासी भारतीय दिवस 9 जनवरी, 1915 को महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने की याद में मनाया जाता है। 2003 में शुरू किया गया यह दिवस देश के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान का जश्न मनाता है।

2015 से यह कार्यक्रम भारत सरकार के साथ प्रवासी भारतीयों के जुड़ाव को मजबूत करने और उन्हें अपनी सांस्कृतिक जड़ों से फिर से जोड़ने के लिए हर दो साल में आयोजित किया जाता है।

पीएम नरेंद्र मोदी 9 जनवरी को सुबह 10 बजे ओडिशा के भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 10 जनवरी को समापन भाषण देंगी। वह प्रवासी भारतीय सदस्यों को उनकी उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार 2025 प्रदान करेंगी।

--आईएएनएस

एकेएस/सीबीटी