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आरएसएस प्रमुख कुछ बोलते हैं, भाजपा कुछ और करती है : राशिद अल्वी

नई दिल्ली, 1 जनवरी (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने भारतीय जनता पार्टी पर पैसे बांटने और वोट की राजनीति करने का आरोप लगाया है। उनके मुताबिक भाजपा आरएसएस प्रमुख की भी नहीं सुनती है।
 
आरएसएस प्रमुख कुछ बोलते हैं, भाजपा कुछ और करती है  : राशिद अल्वी

नई दिल्ली, 1 जनवरी (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने भारतीय जनता पार्टी पर पैसे बांटने और वोट की राजनीति करने का आरोप लगाया है। उनके मुताबिक भाजपा आरएसएस प्रमुख की भी नहीं सुनती है।

आईएएनएस से बातचीत में अल्वी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता कुछ और बोलते हैं और भाजपा के नेता कुछ और करते हैं।

कांग्रेस नेता ने वोटर्स को बरगलाने का आरोप भी भाजपा पर लगाया। बोले, दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा न सिर्फ लोगों के बीच में पैसे बांट रही है, बल्कि वो लोगों के वोट भी काट रही है, जिसे मौजूदा समय में किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है। दिल्ली के अंदर लाखों मुसलमानों को वोट काटे गए हैं। उनको मताधिकार के प्रयोग से वंचित किया गया और यह सब कुछ साजिशन किया गया।

उन्होंने आगे कहा, भाजपा इस तरह का कृत्य दिल्ली में ही नहीं बल्कि चुनाव से पहले कई राज्यों में कर चुकी है, लेकिन मौजूदा स्थिति का दोहरा मापदंड देखिए कि आरएसएस मुखिया इस पूरे मामले पर खामोश हैं।

उन्होंने आगे कहा कि ऐसा बिल्कुल भी मुमकिन नहीं है कि भाजपा आरएसएस के बिना कोई भी काम कर लें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस के मुखिया कुछ और बोलते हैं, लेकिन उनका कैडर कुछ और बोलता है और यह सब कुछ आम लोगों के बीच में दुविधा पैदा करने के मकसद से किया जाता है। आरएसएस के नेता बिल्कुल उल्टी जुबां बोलते हैं।

अल्वी ने मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह के माफी मांगने पर कहा कि अगर हिंसा में मारे गए लोग दोबारा वापस आ जाएं, तो उन्हें माफ किया जा सकता है। आखिर ऐसा कैसे संभव है कि कोई मुख्यमंत्री यह कहे कि मैं नाकाम रहा हूं और मुझे माफ कर दिया जाए। ऐसी स्थिति में हमारा सीधा-सा सवाल है कि अगर आप नाकाम रहे हैं, तो आप इस्तीफा क्यों नहीं दे देते हैं?

दिल्ली में रोहिंग्या मुद्दे को लेकर भी कांग्रेस नेता ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस अमित शाह जी के अंदर है। मुझे बहुत अच्छे से याद है कि जब हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि हम रोहिंग्या को रहने के लिए घर देंगे। लेकिन, आज तक उन्होंने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया।

--आईएएनएस

एसएचके/केआर