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Nagaur होटल में नर्सिंग स्टूडेंट ने किया फंदा लगाकर जान देने का प्रयास, हालत गंभीर

 
Nagaur होटल में नर्सिंग स्टूडेंट ने किया फंदा लगाकर जान देने का प्रयास, हालत गंभीर 
नागौर न्यूज़ डेस्क, नागौर  कॉलेज रोड स्थित एक होटल में ठहरे युवक ने शुक्रवार को फंदे पर लटक कर आत्महत्या करने का प्रयास किया। समय रहते साथ आई युवती ने होटल वालों को सूचित कर उसे उतरवाया। युवक की हालत गंभीर है, उसे जोधपुर रैफर किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, युवक सिंगड़ का रहने वाला है। कुछ दिन पहले एक बुजर्ग दम्पती ने टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। ऐसे में दिन दहाड़े इस वारदात के बाद शहरभर में हड़कम्प सा मच गया। अफवाह यह भी फैली कि युवती ने भी जहर खाने की कोशिश की।

मामला शुक्रवार सुबह का है। कोतवाली डीओ प्रेमाराम को सूचना मिली कि कॉलेज रोड स्थित एक होटल में युवक ने फंदा लगाने की कोशिश की है। उसे जेएएलएन अस्पताल लाया गया है। प्रेमाराम मय टीम अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टर नरेश बाजिया ने बताया कि युवक को गंभीर हालत में जोधपुर के मथुरादास अस्पताल रैफर कर दिया है। वहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। बाद में कोतवाली सीआई वेदपाल शिवरान मय टीम होटल पहुंचे, यहां कमरे का मौका-मुआयना किया और एफएसएल व एमओबी टीम को भी बुलाया।

सुसाइड नोट के आधार पर नहीं हो पाई पूछताछ

कोतवाली थाना इलाके की करणी कॉलोनी में करीब एक पखवाड़ा पहले हुई बुजुर्ग दम्पती हजारीराम विश्नोई (70) व उसकी पत्नी चावली (65) की आत्महत्या के मामले की जांच शुरू नहीं हुई। दम्पती ने घर में बने टांके में कूदकर आत्महत्या की थी। मरने से पहले दम्पती ने घर में तीन जगह पन्ने चस्पा किए, जिनमें बेबसी का जिक्र करते हुए बेटे-बहू ही नहीं बेटी-दामादों के साथ उनके बच्चों तक को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि बाद में परिजनों की रिपोर्ट पर इन्हें मानसिक बीमार बताया गया था और पुलिस ने मर्ग दर्ज किया था।

सूत्र बताते हैं कि बुजुर्ग दम्पती ने अपने सुसाइड नोट पर बेटे बेटे-बहुओं के साथ पोते-पोतियों तक के नाम दर्ज किए थे। बेटे-बेटी हजारी राम के खिलाफ थे। ये सब उसकी प्रोपर्टी पर कब्जा जमाना चाहते थे, जबकि हजारी राम अपनी बची-खुची प्रोपर्टी बेचकर नागौर के पीपासर स्थित गुरु जम्भेश्वर धाम में 21 लाख रुपए देना चाहता था। करीब एक महीने पहले ही हजारीराम ने पींपासर में मंदिर के लिए आठ लाख एक हजार सौ रुपए दान किए। यह रसीद चावली के नाम से काटी गई थी। उसके पास एक और प्लॉट है, जिसे बेचकर वो उसकी रकम भी यहीं दान करने वाला था।