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Nagaur नगर परिषद एटीपी के खिलाफ कार्रवाई करने का नहीं जुटा पा रही साहस

 
Nagaur नगर परिषद एटीपी के खिलाफ कार्रवाई करने का नहीं जुटा पा रही साहस
नागौर न्यूज़ डेस्क, नागौर  नगरपरिषद के जिम्मेदारों की आंखों में धूल झोंककर तकरीबन दो साल से टॉउनहाल में रहे सहायक नगर नियोजक के खिलाफ नगरपरिषद ने अब तक कार्रवाई नहीं की। इस संबंध में हुई जांच में प्राथमिक स्तर पर मामला सही पाए जाने पर एटीपी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, लेकिन उनके वहां रहते हुए नगरपरिषद ने न तो वसूली की, और न ही विभागीय कार्रवाई की। जांच के नाम पर रस्माई खानापूर्ति की गई। इससे जिम्मेदारों की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगने लगे हैं।

विभागीय सूत्रों के मुताबिक सहायक नगर नियोजक अब भी हाउस रेंट के पेटे प्रतिमाह करीब पांच हजार रुपए ले रहे हैं। लेकिन शहर में किस जगह किराए पर रहते हैं इसकी जानकारी खुद नगरपरिषद के जिम्मेदारों को नहीं है। सब कुछ पहले जैसा चल रहा है। वजह है कि सहायक नगर नियोजक की ओर से कई मामलों में मौका रिपोर्ट तैयार की जाती है। इस वजह से परिषद उनके खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा। इसी कारण वसूली भी नहीं हुई।

नोटिस देने के बाद दबा गए मामला

जानकारी के अनुसार गत अगस्त माह में वायर हुए एक वीडियो में टाउनहाल में सहायक नगर नियोजक के रहने का मामला सामने आया था।  31 अगस्त के अंक में इस संबंध में ‘सहायक नगर नियोजक ने टाउनहाल में बना रखा आवास, नगरपरिषद से उठा रहे हाउस रेंट’ शीर्षक से खबर प्रकाशित होने के बाद तत्कालीन कार्यवाहक आयुक्त ने कारण बताओ नोटिस जारी कर सहायक नगर नियोजक कौशल कुमार कुमावत से जवाब मांगा था। इसके बाद जांच के नाम पर जिम्मेदारों ने खानापूर्ति कर पूरा मामला दबा दिया। दो साल वहां रहने के दौरान की न तो परिषद ने उनसे वसूली की और न ही परिषद को धोखा देने के मामले में कोई विभागीय कार्रवाई की।इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है। यदि ऐसा कोई प्रकरण है तो नियमानुसार दिखवाया जाएगा।