Karoli राम कथा में नाव से रामजी को गंगा पार ले जाने की कहानी सुनाई गयी
करौली न्यूज़ डेस्क, करौली गुरुपूर्णिमा पर्व के तहत ब्राह्मण संत गोमतीदासजी के आश्रम में चल रही राम कथा के तहत शुक्रवार को रामजी के वनवास के बाद नाव से गंगा पार करने की कथा सुनाई गई. कहानी के कथावाचक, बूनली के हंसराज शर्मा वैद्य ने सीता के स्वयंवर के बाद परशुराम और लक्ष्मण के बीच एक संवाद के साथ तीसरे दिन की कहानी शुरू की। विवाह के बाद अयोध्या लौटने पर राम-जानकी के स्वागत को गीतों के माध्यम से वर्णित किया गया। महिलाओं ने रामजी-सीताजी के स्वागत में गाये भजनों पर नृत्य किया। कहानी में रामजी के वनवास के दौरान दशरथ के शोक और रामजी के वियोग में अपने जीवन के बलिदान की कहानी से भक्तों की आंखें नम हो गईं। रामजी की वापसी के लिए भरत के अनुरोध का भी कहानी बहुत मार्मिक वर्णन करती है। इस अवसर पर राम, सीता और लक्ष्मण की झांकियों को भी सजाया गया। इसके बाद गंगा तट पर भगवान राम और नाविक का पाठ किया गया।