Jodhpur विश्व कैंसर दिवस आज, एम्स जोधपुर में बोन मैरो ट्रांसप्लांट शुरू

200 करोड़ में बन रहा सेंटर शुरू नहीं हो पा रहा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में केन्द्रीय बजट में कैंसर रोगियों को बड़ी राहत देने की बात कही है। हर जिला चिकित्सालय में डे केयर सेंटर खुलेंगे। लेकिन जोधपुर मुख्यालय पर एडवांस रीजनल कैंसर सेंटर, जिसका निर्माण पूरा हो चुका है, 10 करोड़ से ज्यादा का बजट भी लगाया जा चुका है, वह अब तक शुरू ही नहीं हो पाया है। तीन मंजिला इस इमारत में आधुनिक मशीनरी लग चुकी है, लेकिन इनको संचालित करने के लिए एक विशेषज्ञ डॉक्टर की व्यवस्था नहीं हो पा रही है।
क्या है न्यूक्लीयर मेडिसिन
रीजनल कैंसर सेंटर में जो मशीन लगी है, उसको चलाने के लिए लाइसेंस की जरूरत होगी और वह लाइसेंस मेडिकल कॉलेज को तब मिलेगा जब न्यूक्लीयर मेडिसिन का कोई विशेषज्ञ डॉक्टर होगा। वर्तमान में पूरे मेडिकल कॉलेज में इस विभाग में कोई चिकित्सक नहीं है। यह विशेषज्ञ रोग का निदान और उपचार करने के लिए रेडियोधर्मी ट्रेसर (रेडियोफार्मास्यूटिकल्स) का उपयोग करते हैं। इस डॉक्टर के आने से पेट स्कैन जैसी मशीनों का संचालन सरकारी अस्पताल में हो सकेगा।
हर महीने 400 से ज्यादा नए मरीज
जोधपुर जिले में हर महीने 400 से ज्यादा नए कैंसर के मरीज सामने आ रहे हैं। एमडीएम के समीप भूजल विभाग की जमीन पर बने रीजनल कैंसर सेंटर में इन मरीजों के आउटडोर, इंडोर, जांच व सर्जरी से जुड़ी सभी सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन दो साल बाद भी अब तक इसे शुरू नहीं किया जा सका है। उच्च स्तर पर बात की है। न्यूक्लीयर मेडिसिन का विशेषज्ञ मिलते ही मशीन शुरू हो जाएगी। इसके बाद मेडिकल ऑन्कोलॉजी व सर्जिकल ऑन्कोलॉजी को वहां शिफ्ट कर देंगे।