Jhunjhunu डूमोली कलां के जवान की सैन्य सम्मान से अंत्येष्टि, बेटे ने किया सैल्यूट
झुंझुनू न्यूज़ डेस्क, झुंझुनू डूमोली कलां गांव के हवलदार ईश्वरसिंह गुर्जर की अचानक तबीयत खराब होने के बाद निधन हो गया। उनके पेतृक गांव डूमोली कलां में सैन्य सम्मान से अंतेष्टि की गई। जैसे ही जवान का पार्थिव देह घर पहुंचा तो घर में कोहराम मच गया। उनकी पत्नी किरण देवी ताबूत से लिपटकर रोने लगी तो बेटे आकाश ने पिता को सैल्यूट किया। ईश्वरसिंह गुर्जर भारतीय सेना की स्पेशल फोर्सेज 6 पैरा कमांडो में हवलदार थे। वह डोडा (जम्मू-कश्मीर) में तैनात थे। भाई संत कुमार ने बताया कि ईश्वरसिंह हम तीन भाइयों में मंझले थे। ईश्वर सिंह ने 2002 में बेंगलुरु (कर्नाटक) में सेना में सिपाही के तौर पर जॉइन किया था। उनकी पहली पोस्टिंग आगरा में थी। इसके बाद वे सिपाही से लांस नायक, फिर नायक पद पर पदोन्नत हुए। 3 साल पहले उनका प्रमोशन हवलदार के पद पर हुआ था। बेंगलुरु से 1 महीने पहले ही उनका नया पदस्थापन जम्मू-कश्मीर के डोडा में हुआ था।
10 दिसंबर को छुट्टी पूरी होने के बाद उन्होंने डोडा जाकर ड्यूटी जॉइन की थी। डोडा इलाके में बर्फबारी और तेज सर्दी के कारण 1 जनवरी को ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत खराब हो गई तथा ब्लड-प्रेशर बढ़ गया। दिमाग में क्लॉट बन गया। उन्हें उधमपुर के कमांड हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। 2 जनवरी को वे कोमा में चले गए। 8 जनवरी की रात उन्होंने अंतिम सांस ली। ईश्वर सिंह के दो बेटियां और एक बेटा है। बेटी प्रिया (20) कॉलेज में फर्स्ट ईयर में है। दूसरी बेटी ज्योति (18) 11वीं कक्षा में है। दोनों बेटियां सीकर में रहकर नीट की तैयारी भी कर रही हैं। पिता उन्हें डॉक्टर बनाना चाहते थे। बेटा आकाश 8 वीं कक्षा का छात्र है। उनके अंतिम संस्कार में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। शव को मुखाग्नि उनके बेटे आकाश ने दी। पार्थिव देह पर सिंघाना नायब तहसीलदार सत्यनारायण सैन, हिन्दू क्रांति सैना के प्रदेशाध्यक्ष विकास डूमोली, थानाधिकारी कैलाश चन्द यादव, हितेन्द्र शर्मा, राजवीर गुर्जर, पचेरी भाजपा मण्डल संयोजक कृष्ण गुर्जर ने पूर्व सांसद संतोष अहलावत की तरफ से पुष्प चक्र अर्पित किया।