Jhunjhunu काटली नदी में रिजवायर बनाया जाए तो आए कल-कल की आवाज
भू जल स्तर भी सुधर सकेगा
काटली नदी के बहाव क्षेत्र को जल रिजवायर के काम में लिया जा सकता है। इससे भू जल स्तर बढ़ेगा व पर्यावरण संरक्षण होगा। काटली नदी का बहाव होता उस समय भू जल स्तर की गिरावट शून्य थी। वहीं पानी भी मीठा रहता। क्योंकि जमीन की परतों से रिस रिस कर भू जल संग्रहित हुआ जल अत्यंत शुद्ध रहता था। अब भू जल स्तर भी गिर गया वह पानी में भी लोराइड की मात्रा सीमा से ऊपर हो गई। जिसके कारण नहीं खेती हो रही और ना ही पीने के काम आ रहा।
यहां हुआ था सर्वे -
काटली नदी बहाव क्षेत्र में पानी रिजवायार के लिए 2024 में जल संसाधन विभाग के द्वारा झुंझुनूं के उदयपुरवाटी उपखंड के भाटीवाड़, नाटास, जोधपुरा घाट, बाघोली,पचलंगी व चिड़ावा के लंबा गोठड़ा वह खुढाना में सर्वे किया था।जल संसाधन विभाग के द्वारा उच्च अधिकारियों के निर्देशन व उनकी उपस्थिति में काटली नदी बहाव क्षेत्र में पानी रिजवायर के लिए सर्वे किया गया। दिल्ली में बैठक भी हुई। मंगलवार को हुई बैठक में भाग लेकर आगे की योजना की रूपरेखा भी बनाई।