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Jaipur बावड़ियों को बचाने का अनूठा प्रयास, 90 से ज्यादा बावड़ियों पर फोकस

 
Jaipur बावड़ियों को बचाने का अनूठा प्रयास, 90 से ज्यादा बावड़ियों पर फोकस
जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुरमें नाइन डॉट स्क्वेयर्स द्वारा आयोजित डिजाइन उत्सव के तीसरे दिन प्रहलादपुरा की ऐतिहासिक बावड़ी में लोक संस्कृति का रंगारंग कार्यक्रम देखने को मिला। इस अवसर पर गांववालों और डांगी सिस्टर्स ने रामधुन सहित लोक गायन की मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। फेस्टिवल में पारंपरिक शिल्प को आधुनिक डिजाइन से जोड़ते हुए 60 से अधिक स्टॉल लगाए गए। यहां मोची टाका, आइनाकारी, मेटल ठुकाई, पिछवाई पेंटिंग, पीतल और पत्थर की इनले जैसी विभिन्न कलाओं का प्रदर्शन किया गया। आगंतुकों के लिए विशेष क्ले आर्ट वर्कशॉप का आयोजन किया गया, जिसमें आंखें बंद करके मूर्तियां बनाने का अनूठा अनुभव शामिल था।क्यूरेटर शगुना सिंह ने बताया कि इस फेस्टिवल का मुख्य उद्देश्य जयपुर और आसपास की 90 से अधिक बावड़ियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इसके लिए कार्टोग्राफिक नक्शे, नुक्कड़ नाटक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। तीन दिवसीय इस उत्सव ने भारतीय शिल्प को एक नया आयाम देने के साथ-साथ विरासत संरक्षण का संदेश भी दिया।

आर्किटेक्ट आकांक्षा मोदी जिनको बावड़ी बाईसा के नाम से भी जाना जाता है ने बताया की बसंत पंचमी के उपलक्ष्य में प्रहलादपुरा गांव की बावड़ी में रंग दे बसंती उत्सव का आयोजन किया नाइन डॉट स्क्वायर जयपुर विरासत फाउंडेशन और बावड़ी भाईसा ने मिलकर 'रंग दै बसंती' का आयोजन किया , प्रहलादपुरा बावड़ी में ये सब 'सेवा सिटी' की मदद से हुआ। आस-पास की कम्युनिटी ने बढ़-चढ़ कर इसमें हिस्सा लिया और आज के कार्यक्रम में भी गाँववालों ने रामधुनी गाकर सबका स्वागत किया। कार्यक्रम बावड़ी में ही आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में गाँववालों के साथ-साथ डांगी सिस्टर्स ने भी लोक गायन की प्रस्तुति दी और इसके साथ ही हम सभी ने साउंड बाथ थेरेपी का एक बहुत अच्छा अनुभव लिया। यहाँ गाँव के लोग और शहरी लोग सभी एक साथ संगीत का आनंद ले रहे थे और वहाँ के स्थानीय लोगों ने जो खाना तैयार किया था, उसे भी सभी ने स्वाद लिया। सब लोग साथ बैठकर नाच रहे थे, गा रहे थे और बावड़ी में बैठकर समय का पूरा आनंद ले रहे थे, जैसे सब कुछ भुला कर सिर्फ मस्ती में डूबे हुए थे।"

आज क्या खास रहा

रंग दे बसंती कल्चर वाक बावड़ी प्रहलादपुरा, जयपुर विरासत फाउंडेशन और बावड़ी भाईसा ने मिलकर 'रंग दै बसंती' का आयोजन किया , फेहलगपुरा बावड़ी में ये सब 'सेवा सिटी' की मदद से हुआ। आस-पास की कम्युनिटी ने बढ़-चढ़ कर इसमें हिस्सा लिया और आज के कार्यक्रम में भी गाँववालों ने रामधुनी गाकर सबका स्वागत किया ब्लॉक प्रिंट वर्कशॉप कार्तिक छीपा, प्ले क्ले वर्कशॉप विथ वन्दिता विजयवर्गीय ,पेपर हनीकोंब वर्कशॉप शिल्पी दुआ और अभिमन्यु सिंह, ने दर्शकों को रोमांचित किया

साइलेंट स्पेस: जयपुर शहर के ध्वनि परिदृश्य को पुनर्जीवित करने की अनूठी पहल

गुलाबी नगरी के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों की पहचान अब बदलती ध्वनि परिदृश्य से प्रभावित हो रही है। कभी जीवंत सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों से गूंजने वाले स्थान, अब ट्रैफिक और आधुनिक जीवन की भागदौड़ में अपनी मौलिकता खोते जा रहे हैं। इसी बदलते परिदृश्य को समझने और संरक्षित करने के लिए साइलेंट स्पेस – जयपुर शहर का साउंड स्केप नामक एक अनूठी पहल की गई है।साइलेंट स्पेस का उद्देश्य लोगों को इस ओर जागरूक करना है कि ध्वनियाँ केवल आवाज़ें नहीं होतीं, बल्कि वे किसी स्थान के इतिहास और संस्कृति की कहानियाँ भी कहती हैं। यह पहल जयपुर के शोरगुल भरे वातावरण में सुकून भरे क्षण खोजने और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।

मैगस डिज़ाइन : परंपरा और आधुनिकता के संगम से बनी उत्कृष्ट फर्नीचर कला

सह-संस्थापक अनुपम सिंह का मानना है कि फर्नीचर केवल उपयोग की वस्तु नहीं, बल्कि एक कहानी है। कंपनी के डिज़ाइन्स सौंदर्य, कालातीत परिकल्पना और स्वदेशी कारीगरी का मिश्रण हैं, आयोजन में ब्रांड ने अपनी डिज़ाइन प्रक्रिया, राष्ट्रीय स्तर पर सोर्स की गई सामग्रियों और हस्तनिर्मित कृतियों को प्रदर्शित किया। आधुनिक और पारंपरिक शिल्प कौशल के संयोजन से निर्मित फर्नीचर संग्रह ने दर्शकों को आकर्षित किया और उनकी खूब सराहना बटोरी।

ज्यामिति डिज़ाइन्स ने 'नाइन डॉट स्क्वायर' में अपनी शानदार प्रस्तुति दी

ज्यामिति डिज़ाइन्स एंड एक्सपोर्ट्स के फाउंडर गौरव गुप्ता ने हाल ही में प्रतिष्ठित डिज़ाइन और आर्किटेक्चर इवेंट नाइन डॉट स्क्वायर में भाग लेकर अपनी अनूठी कारीगरी और डिज़ाइन अवधारणाओं का बेहतरीन प्रदर्शन किया। कंपनी, जो ज्यामितीय डिज़ाइन और आधुनिक व पारंपरिक तकनीकों के संयोजन के लिए जानी जाती है, ने अपने उत्कृष्ट उत्पादों के जरिए दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया। पत्थर, लकड़ी, धातु और सिरेमिक जैसे विभिन्न सामग्रियों का मिश्रण कर तैयार किए गए इनोवेटिव डिज़ाइन्स ने इवेंट में आए डिज़ाइन प्रेमियों, आर्किटेक्ट्स और उद्योग विशेषज्ञों को प्रभावित किया।