कोटा कंज्यूमर कोर्ट में पान मसाला विज्ञापन रोकने की मांग, सलमान खान और कंपनी को नोटिस
कोटा की कंज्यूमर कोर्ट में एक बार फिर पान मसाला के विज्ञापन को रोकने की मांग को लेकर परिवाद दायर किया गया है। परिवाद में बॉलीवुड स्टार सलमान खान और पान मसाला कंपनी को नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया गया है। मामले में अगली सुनवाई 27 नवंबर 2025 को होगी।
परिवाद कौन दायर किया और क्या है मांग
यह परिवाद भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता इंद्र मोहन सिंह हनी की ओर से दायर किया गया। परिवाद में यह मांग की गई है कि पान मसाला के विज्ञापन सार्वजनिक स्वास्थ्य और उपभोक्ता सुरक्षा के दृष्टिकोण से हानिकारक हैं और इन्हें तत्काल प्रभाव से रोकने का आदेश दिया जाए।
अधिवक्ता इंद्र मोहन सिंह हनी का कहना है कि पान मसाला का प्रचार युवाओं और बच्चों को प्रभावित कर सकता है। उनके अनुसार, इन विज्ञापनों में स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाले उत्पाद को ग्लैमरस तरीके से दिखाया जाता है, जिससे समाज में गलत संदेश जाता है।
कोर्ट की प्रतिक्रिया और नोटिस
कोटा कंज्यूमर कोर्ट ने परिवाद की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई करते हुए सलमान खान और संबंधित पान मसाला कंपनी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। कोर्ट ने निर्देश दिया कि दोनों पक्ष 27 नवंबर तक अपना पक्ष रखें, जिसके बाद मामले की सुनवाई और आगे की कार्रवाई निर्धारित की जाएगी।
पिछले प्रयास और विवाद का इतिहास
यह पहला मामला नहीं है जब पान मसाला विज्ञापनों को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की गई हो। पिछले कुछ वर्षों में कई बार ऐसे परिवाद और अभियोजन देखे गए हैं, जिनमें मांग की गई थी कि स्वास्थ्य हानिकारक उत्पादों के विज्ञापन पर प्रतिबंध लगाया जाए।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में सार्वजनिक स्वास्थ्य और उपभोक्ता जागरूकता के हित को प्राथमिकता दी जाती है। कोर्ट के फैसले से यह स्पष्ट होगा कि मनोरंजन उद्योग और उत्पाद कंपनियों के विज्ञापनों की सीमा क्या हो सकती है।
समाज और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि पान मसाला जैसी चीजों का भड़का-भड़का कर विज्ञापन युवाओं को आकर्षित कर सकता है। समाज में जागरूकता फैलाने और स्वास्थ्य संबंधी खतरों से बचाने के लिए सख्त नियम और कानूनी कदम आवश्यक हैं।
सामाजिक कार्यकर्ताओं का मानना है कि कोर्ट द्वारा यदि ऐसा आदेश दिया गया तो यह समाज में सकारात्मक संदेश और स्वास्थ्य चेतना फैलाने में मदद करेगा।
