Jaipur सांप-सीढ़ी खेल और पेंटिंग प्रतियोगिता के जरिए बच्चों को समझाए बाल विवाह के नुकसान
पहले सपने साकार, फिर शादी पर विचार थीम होगी
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव पवन कुमार जीनवाल ने बताया कि राजस्थान में बाल विवाह जैसी कुप्रथाएं आज भी विद्यमान है। अगले 3 महीनों में बहुतायत में बाल विवाह होने की संभावना है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए बाल विवाह मुक्त शहर व गांव की परिकल्पना पर आधारित कैंपेन शुरू किया है। इसे सफल बनाने के लिए ऐसे गांवों का चिह्नित किया जा रहा है, जहां बाल विवाह की संभावना सर्वाधिक है। गांव के सरपंचों, जिला एवं ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों, वरिष्ठ नागरिकों, पंचों, वार्ड मेंबर, प्रधानाचार्य, पैरालीगल वॉलेंटियर को अभियान से जोड़ा जाएगा।
पोस्टर व पैम्फ्लेट का विमोचन; अत्री सदस्य सचिव राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर हरिओम शर्मा और अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर अजीत कुमार हिंगर ने किया। इस मौके पर संयुक्त सचिव हेमन्त बघेला, विशेष सचिव प्रियंका पारीक, सचिव अजय डूडी, पवन कुमार जीनवाल सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अनसंग स्टार ट्रस्ट से भाग्यश्री सैनी तथा राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण तथा जिला एवं सेशन न्यायालय जयपुर जिला के न्यायिक अधिकारी मौजूद रहे।
स्कूलों से शुरुआत, खेल-खेल में बच्चों को करेंगे जागरूक
स्कूलों में चित्रकला प्रतियोगिता की जाएगी। विषय शादी कब हो रखा जाएगा। सांप-सीढ़ी की प्रतियोगिता भी की जाएगी। सांप-सीढ़ी को बड़े फ्लोर फ्लैक्स से प्रिंट करवाया जाएगा, ताकि मानव व सांप-सीढ़ी के रूप में खेला जाए। इसमें किताबें व शिक्षा का कॉलम भी होगा, जहां से सीढ़ी से प्रतिभागी ऊपर जा सकेंगे। बाल विवाह के कॉलम को सांप के काटने का स्थान बनाकर मैसेज दिया जाएगा।
