Jaipur परीक्षाओं को बोझ न बनाएं, मेहनत करें, नींद पूरी लें सफलता मिलेगी

अभिभावकों को भी दिया जा रहा संदेश: सिर्फ बच्चों के लिए ही नहीं, स्कूल अभिभावकों को भी संदेश दे रहे हैं। अभिभावकों को बताया जा रहा है कि वे बच्चों को घर पर पढ़ाई का बेहतर माहौल दें और उन पर परीक्षा के दौरान दबाव न बनाएं। बच्चों को रिश्तेदारों, दोस्तों और शिक्षकों से संवाद बनाए रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। स्कूलों का मानना है कि परिवार का सहयोग बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकारी और निजी स्कूलों की पहल
आशीष मोदी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा, शिक्षा विभाग ने कुछ टिप्स दिए हैं:
समय का सही उपयोग करें: समय का सदुपयोग करने के साथ-साथ एक अच्छी योजना बनाएं। इस योजना में केवल पढ़ाई नहीं, बल्कि आराम और विश्राम के लिए भी समय निर्धारित करें।
परीक्षाओं को बोझ न बनाएं: पूरी नींद लें, संतुलित आहार लें और नियमित रूप से व्यायाम करें। अच्छे शारीरिक स्वास्थ्य से मानसिक स्थिति भी बेहतर रहती है, जिससे परीक्षा के दौरान अधिक ऊर्जा और ध्यान केंद्रित किया जा सकता है।
विफलता से डरें नहीं: विफलता जीवन का हिस्सा है। जब बच्चे इसे सीखने के अवसर के रूप में देखेंगे, तो तनाव कम होगा और वे खुद को बेहतर बना पाएंगे।
सरकारी स्कूलों में बच्चों को कविता और स्लोगन के जरिए तनाव मुक्त करने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, निजी स्कूलों में बच्चों के लिए वर्कशॉप्स आयोजित की जा रही हैं, जहां काउंसलर्स की मदद से उन्हें तनाव को दूर करने संबंधी सेशन दिलवाए जा रहे हैं।