Jaipur भविष्य का सस्ता और स्वच्छ ईंधन, 1 किलो में 180 किमी चलेगी कार, वीडियो में देखें जयपुर का इतिहास
जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर राजस्थान में ग्रीन हाइड्रोजन पॉलिसी-2023 के तहत जल्द ही ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाली कारें सडक़ पर उतर सकती हैं। एक किलो ग्रीन हाइड्रोजन से कारें लगभग 180 किलोमीटर तक चल सकेंगी।पॉलिसी लागू होने के एक साल के भीतर, राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम में 2800 किलोटन वार्षिक ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के 6 प्रोजेक्ट पंजीकृत हो चुके हैं। ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन पानी से इलेक्ट्रोलाइजर की मदद से किया जाएगा।
पर्यावरण और आर्थिक दृष्टि से फायदेमंद
ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन और उपयोग शून्य कार्बन उत्सर्जन सुनिश्चित करता है। पेट्रोल-डीजल के मुकाबले पांच गुना सस्ता होने से यह पर्यावरण और आर्थिक दृष्टि से फायदेमंद है। राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के अधिकारियों का कहना है कि यह सीएनजी की तरह ही वाहनों में इस्तेमाल होगी। पॉलिसी के तहत प्रोजेक्ट्स को जल संसाधन विभाग से जल आपूर्ति की सुविधा भी दी जाएगी।
वाहन संचालन में बदलाव: ग्रीन हाइड्रोजन से वाहन चलने से ईंधन लागत में कमी आएगी।
ग्रीन टूरिज्म को बढ़ावा: पर्यावरण अनुकूल वाहनों के चलते पर्यटन क्षेत्र को प्रोत्साहन मिलेगा।
नए उद्योगों का विकास: ग्रीन हाइड्रोजन उपकरण बनाने वाले उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे घरेलू, औद्योगिक और वाणिज्यिक उपयोग में भी वृद्धि होगी।
जल संसाधन विभाग उपलब्ध कराएगा पानी
राज्य में ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के लिए 70,000 मेगावाट क्षमता के सोलर प्रोजेक्ट पंजीकृत हुए हैं, जो इलेक्ट्रोलाइजर के लिए ऊर्जा स्रोत बनेंगे। पॉलिसी के अनुसार, इन प्रोजेक्ट्स के लिए जल संसाधन विभाग की सहायता से इंदिरा गांधी नहर या अन्य बांधों से पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
