Diwali 2024 : आखिर क्यों नहीं रुकती हैं मां लक्ष्मी एक जगह, क्या है उनकी चंचलता का राज, वीडियो में देखें इसके पीछे की आलोकिक कथा
राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! दिवाली का त्योहार हर साल कार्तिक अमावस्या के दिन बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, जो इस साल 31 अक्टूबर 2024 को है। दिवाली से पहले ही लोग लक्ष्मी पूजन की तैयारी शुरू कर देते हैं.
हिंदू धर्म में मां लक्ष्मी को धन, समृद्धि, सुख और समृद्धि की देवी कहा जाता है। इसलिए हर व्यक्ति चाहता है कि उस पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहे और घर पर उसका वास रहे। लेकिन जहां सभी देवी-देवता एक ही स्थान पर निवास करते हैं वहीं मां लक्ष्मी एक स्थान पर नहीं रहती हैं।
शास्त्रों में कहा गया है कि मां लक्ष्मी का स्वभाव बहुत चंचल है। इसलिए वह कभी भी एक स्थान पर अधिक समय तक नहीं टिकती। आइए जानते हैं मां लक्ष्मी के अस्थायी और चंचल स्वभाव का रहस्य। पौराणिक कथा के अनुसार, नारद के पूछने पर ब्रह्मा ने कहा कि यदि मां लक्ष्मी का वास स्थाई हो जाएगा तो व्यक्ति अहंकार में चूर होकर बुरे कर्म करने लगेगा। भक्तों को उनके कर्म और मेहनत के अनुसार फल मिले इसलिए उन्हें चंचल मन दिया गया।
माँ लक्ष्मी के अस्थायी होने का एक अन्य कारण यह भी है कि माँ लक्ष्मी समुद्र मंथन के दौरान जल से उत्पन्न हुई थीं। पानी एक जगह स्थिर नहीं रहता और हमेशा गतिशील रहता है, उसी प्रकार मां लक्ष्मी भी पानी की तरह स्थिर नहीं रहती हैं। यदि आप चाहते हैं कि आपके घर में सादेव मां लक्ष्मी का वास हो तो उनकी विधिवत पूजा करें, घर को हमेशा साफ-सुथरा रखें, धन का लालच या घमंड न करें, महिलाओं का सम्मान करें।