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जयपुर में ATS-ANTF का नशा गिरोह पर बड़ा शिकंजा: 35 स्थानों पर छापेमारी, 22 गिरफ्तार

जयपुर में ATS-ANTF का नशा गिरोह पर बड़ा शिकंजा: 35 स्थानों पर छापेमारी, 22 गिरफ्तार
 
जयपुर में ATS-ANTF का नशा गिरोह पर बड़ा शिकंजा: 35 स्थानों पर छापेमारी, 22 गिरफ्तार

जयपुर शहर में विद्यार्थियों के बीच नशा फैलाने वाले गिरोह पर एटीएस और एएनटीएफ (राष्ट्रीय नारकोटिक्स टास्क फोर्स) ने संयुक्त कार्रवाई की। इस अभियान में 35 स्थानों पर एक साथ दबिश दी गई और 22 एफआईआर दर्ज करते हुए 22 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कार्रवाई के दौरान आरोपियों के कब्जे से 1,93,610 रुपए नकद, मादक पदार्थ और अवैध शराब बरामद की गई। यह कार्रवाई शहर में नशे की आपूर्ति और उसके नेटवर्क को पूरी तरह तोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

सूत्रों के अनुसार, यह गिरोह विशेष रूप से छात्रों और युवाओं को निशाना बना रहा था। गिरोह के सदस्य शहर के विभिन्न इलाकों में नशा सप्लाई कर रहे थे, जिससे न केवल युवाओं की सुरक्षा प्रभावित हो रही थी, बल्कि उनके शैक्षणिक और सामाजिक जीवन पर भी गंभीर प्रभाव पड़ रहा था।

एटीएस और एएनटीएफ की टीम ने लंबे समय से गिरोह की गतिविधियों पर नजर रखी और गुप्त सूचना के आधार पर यह ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई। अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के दौरान उनके नेटवर्क और सप्लाई चैन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है।

विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की संयुक्त कार्रवाई न केवल नशे के कारोबार को कमजोर करती है, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने का भी काम करती है। इससे युवा और अभिभावक नशे के खतरों के प्रति सतर्क रह सकते हैं।

राजस्थान पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे नशे के कारोबार और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस, एटीएस और एएनटीएफ लगातार मिलकर ऐसे नेटवर्क पर नजर रख रहे हैं और भविष्य में भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।

स्थानीय लोगों और अभिभावकों ने इस कार्रवाई की सराहना की है। उनका कहना है कि छात्रों और युवाओं को सुरक्षित और नशा मुक्त वातावरण उपलब्ध कराना समाज और प्रशासन की जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की कार्रवाइयों से न केवल अपराधियों को सबक मिलता है, बल्कि युवाओं में जागरूकता भी बढ़ती है।

पुलिस ने बताया कि बरामद मादक पदार्थ और अवैध शराब का परीक्षण किया जाएगा और इसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, गिरोह के अन्य सहयोगियों और सप्लाई नेटवर्क की पहचान करने के लिए जांच जारी है।

विशेषज्ञों का कहना है कि इस अभियान ने स्पष्ट कर दिया है कि नशे के खिलाफ कठोर कदम उठाने से ही समाज में सुरक्षा और युवाओं की भलाई सुनिश्चित की जा सकती है। इससे भविष्य में इस प्रकार के अपराधों को रोकने में मदद मिलेगी।

जयपुर में यह कार्रवाई नशा विरोधी अभियान के तहत बड़ी सफलता मानी जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि युवाओं की सुरक्षा, नशा मुक्त वातावरण और कानूनी कार्रवाई प्राथमिकता हैं और इस दिशा में आगे भी कड़े कदम उठाए जाएंगे।