Churu सामाजिक समरसता नारी शिक्षा के संवाहक थे स्वामी गोपालदास
समाजसेवी को पुरस्कृत करना सकारात्मक
शिक्षाविद प्रों. कमल कोठारी ने कहा कि सकारात्मक सोच के साथ समाज के लिए बेहतर काम करने वाले व्यक्तियों को पुरस्कृत करना और स्वामी गोपालदास जैसे महापुरुषों को याद करना गौरव की बात है। प्रो. कोठारी ने बनवारीलाल सोती का जीवन परिचय प्रस्तुत करते हुए कहा कि बचपन में ही माता और पिता का साया सिर से उठ जाने के बावजूद सोती ने अपनी मेहनत व लगन से अपना एक व्यक्तित्व, एक मुकाम बनाया और समाज को लौटाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य ओम सारस्वत तथा शिक्षाविद एलएन आर्य ने उनके व्यक्तित्व-कृतित्व की जानकारी दी।
पर्यावरण संरक्षण
पूर्व सभापति रामगोपाल बहड़ ने स्वामी गोपालदास द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए चूरू के चारों तरफ बीहड़ भूमि रखवाने का उल्लेख करते हुए बताया कि स्वामी अपने कंधों पर पानी ले जाकर पौधों को सींचते थे वे सच्चे गौभक्त थे। कार्यक्रम में राजकीय कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सीएल वर्मा, पूर्व बीसूका उपाध्यक्ष आसाराम सैनी, आदूराम न्यौल, फतेहचंद सोती, मुश्ताक खां, शमशेर भालू खां, जमील चौहान, जाट महासभा के जिलाध्यक्ष रणवीर सिंह कस्वां आदि ने स्वामी गोपालदास के प्लेग महामारी में शहर को बचाने और दूसरे कार्यों का उल्लेख किया।
कार्यक्रम संयोजक दलीप सरावग ने आभार व्यक्त किया। संचालन रवि दाधीच ने किया। इससे पूर्व भंवरलाल कस्वां ने कहा कि स्वामी गोपालदास के कृतित्व को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए लगातार मिलकर प्रयास करेंगे। बनवारीलाल सोती के प्रतिनिधि फतेहचंद सोती को पुरस्कार स्वरूप भंवरलाल राकेश कुमार कस्वां के सौजन्य से 11 हजार रुपए नकद, शॉल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट किए गए।इस अवसर पर आरपी विनय सोनी, जिला साक्षरता अधिकारी राजेंद्र गहलोत, रामसिंह सिहाग, वीरेंद्र दादरवाल, राकेश कुमार कस्वां, हेमराज फगेड़िया, राकेश बेनीवाल, अशोक हुड्डा, महादेव महिया, मोहन हुड्डा, आरिफ पीथीसर, प्रमेंद्र सिहाग, शंभूदयाल शर्मा, डालूराम सरावग, जगदीश शर्मा, प्रधानाचार्य सरिता शर्मा, किशनलाल सैनी, अभिलाषा भाटी सहित बड़ी संया में अधिकारी, जनप्रतिनिधि मौजूद थे।