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Churu एक ही परिसर में चल रहे विद्यालयों को किया मर्ज

 
Churu एक ही परिसर में चल रहे विद्यालयों को किया मर्ज
चूरू न्यूज़ डेस्क, चूरू  राजस्थान प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने एक दीवारी में चल रहे ऐसे प्राथमिक विद्यालय जिनमें छात्र संख्या कम है को दूसरे विद्यालयों में मर्ज कर दिया है।जिसके क्रम में चूरू जिले में एक दीवारी में चल रहे दो विद्यालयों को निकटवर्ती विद्यालय में मर्ज कर दिया है तथा शून्य नामांकन वाले दो प्राथमिक विद्यालयों को बंद कर दिया है।जानकारी के अनुसार शिक्षा निदेशालय ने एक ही छत अर्थात एक चार दीवारी के भीतर संचालित जिले के दो विद्यालयों को मर्ज कर निकट के विद्यालयों में छात्र-छात्राओं में स्थानान्तरित कर दिया है। जबकि जीरो नामांकन वाले विद्यालय को बंद कर दिया है। जानकारी के अनुसार शैक्षिक व्यवस्था सुदृढ करने के लिए इन विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों को इन विद्यालयों आसपास के क्षेत्र में लगाया जाएगा।

चूरू के वार्ड 26 का स्कूल हुआ मर्ज

प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय के आदेश अनुसार चूरू के वार्ड 26 के राजकीय प्राथमिक विद्यालय को अब यहीं पर चल विद्यालय नम्बर दो में मर्ज कर दिया गया है। जिले की रतनगढ तहसील के राजकीय प्राथमिक विद्यालय सांवरमल गिला की ढ़ाणी को राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय पाबूसर में मर्ज कर दिया गया है।

शून्य नामांकन

शिक्षा निदेशालय ने जीरो नामांकन वाले दो विद्यालयों को बंद कर दिया है। जिसके क्रम में चूरू के वार्ड 9 के राजकीय प्राथमिक विद्यालय को बंद कर दिया गया है। यहां एक भी छात्र नामांकित नहीं था। जबकि सुजानगढ़ के नीमड़ी में राजकीय सीतादेवी तोषनीवाल राजकीय प्राथमिक विद्यालय को बंद दिया है। इस विद्यालय को दूसरी स्कूल में मर्ज कर दिया हैं। एक ही छत के नीचे अर्थात एक ही दीवारी में रहे राजकीय प्राथमिक विद्यालयों को मर्ज किया गया है तथा जीरो नामांकन वाले विद्यालयों को बंद किया गया है। इन विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों को इन्हीं क्षेत्रों में लगाया जाएगा। विद्यालयों के मर्ज होने से विद्यार्थी और शिक्षकों को लाभ मिलेगा। इससे विद्यालयों की शिक्षण व्यवस्था सुचारू होगी और अध्ययन और अध्यापन की दृष्टि से अच्छा वातारण बनेगा।