Bundi जनाना अस्पताल में भर्ती गर्भवती महिला की हालत बिगड़ी, मौत
बूंदी न्यूज़ डेस्क, बूंदी महिला का पोस्टमार्टम करवाकर शव को परिजनों को सुपुर्द किया है। परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया है। मर्ग दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी। - तेजपाल सैनी, कोतवाली, थानाप्रभारीबूंदी जनाना अस्पताल में 9 माह की गर्भवती की मौत इलाज के दौरान हो गई। परिजनों ने डॉक्टर व स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया। परिजनों ने मोर्चरी के बाहर प्रदर्शन किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने मेडिकल बोर्ड से मृतका का पोस्टमार्टम करवाया। साथ ही जांच के आदेश दिए हैं। परिजनों का कहना है कि लापरवाही से लेबर रूम में मौत हो गई थी। खुद को बचाने के लिए प्रसूता को कोटा रेफर कर दिया। पेच की बावड़ी निवासी विमला मीणा (35) के पति कैलाश मीणा ने बताया कि गांव से सोमवार दोपहर बाद 3:30 बजे जनाना अस्पताल में दिखाने आए थे। यहां डॉक्टर नहीं मिलने पर नैनवां रोड स्थित डॉक्टर के घर पर दिखाने गए थे।
डॉक्टर ने देखने के बाद जनाना अस्पताल में एडमिट करने के लिए बोल दिया था। इसके बाद अस्पताल में पत्नी को एडमिट कराया। शाम को पत्नी विमला, मम्मी रामघणी बाई और बेटी ईशा मीणा ने रात 8:30 बजे के करीब खाना खाया था। इस दौरान उसकी तबीयत बिल्कुल ठीक थी। बेटी बाहर मेरे साथ थी, वार्ड में पत्नी के साथ मां थी।
मौत के बाद परिजन नाराज हो गए। उन्होंने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शव का पोस्टमार्टम करवाया। कानूनी कार्रवाई के तहत लापरवाही बरतने वालों पर पर कार्रवाई की मांग की। इस दौरान परिजनों की रूलाई फूट रही थी। मृतका की सास ने बताया कि अस्पताल में लापरवाही से विमला की मौत हुई। पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। डॉक्टर ने एक जिंदगी नहीं, तीन जिंदगियां खत्म की हैं। उसके पेट में 9 महीने का गर्भ था और 6 साल की बेटी है, जो अब बिना मां की हो गई। कई बार पहले डॉक्टर को चैक करवाया, कभी कोई दिक्कत नहीं बताई। डॉक्टर समय रहते हमें बता देते तो बड़े अस्पताल ले जाकर इलाज करवा लेते। घटना के बाद हंगामा बढ़ता देख अस्पताल प्रशासन ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया। इसमें डॉ. विनोद शर्मा, डॉ. मोहम्मद खालीद, डॉ. प्रतिमा मीणा शामिल रही।गर्भवती की मौत के मामले में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया है। पीएम की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का स्पष्ट पता लगेगा। विभागीय जांच भी करवाई जाएगी। अगर किसी की कमी पाई तो कार्रवाई भी की जाएगी। -प्रभाकर विजय, पीएमओ, जिला अस्पताल