Banswara जिला स्तर पर इन चिकित्सकों व कर्मचारियों को किया सम्मानित
बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सालय हाउसिंग बोर्ड में रविवार को 9वां आयुर्वेद दिवस एवं जिला स्तरीय धन्वंतरि जयंती सम्मान समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव, अध्यक्षता नगर परिषद सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी, विशिष्ट अतिथि पूर्व उपनिदेशक डॉ. कमल किशोर पाठक ने की। अतिथियों ने भगवान धन्वंतरि की पूजा-अर्चना की। विशिष्ट अतिथि डॉ. पाठक ने धन्वंतरि वंदना प्रस्तुत की।
उपनिदेशक डॉ. पीयूष जोशी ने विभागीय गतिविधियों एवं आधारभूत संरचना के साथ जिला अस्पताल में पेयजल की असुविधा तथा जिले में संचालित उन औषधालयों में शौचालयों की कमी की ओर प्रशासन का ध्यान आकर्षित करते हुए समस्या समाधान का अनुरोध किया, जहां महिला चिकित्सक या कार्मिक पदस्थ हैं। इस अवसर पर देहरादून (उत्तराखंड) से आए अंतरराष्ट्रीय नाड़ी एवं मर्म चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. नवीन जोशी ने ऑनलाइन व्याख्यान के माध्यम से शरीर के विभिन्न अंगों में स्थित मर्म बिंदुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी बताया कि मर्म चिकित्सा आयुर्वेद की ऐसी पद्धति है, जिसके माध्यम से रोगी को विभिन्न प्रकार के रोगों से न केवल तत्काल राहत मिल सकती है, बल्कि बिना किसी दवा की सहायता के भी पूर्ण रूप से ठीक किया जा सकता है। सभापति त्रिवेदी ने कहा कि कोरोना काल के बाद आयुर्वेद के महत्व को जनस्वीकृति की मुहर लगी है, राज्य व केन्द्र सरकार भी इस ओर ध्यान दे रही है,
क्योंकि यह सुरक्षित चिकित्सा पद्धति है। उन्होंने कोरोना के दिनों को याद करते हुए बांसवाड़ा में उस दौरान स्वर्ण प्राशन के माध्यम से डॉ. पीयूष जोशी व डॉ. नवीन उपाध्याय की सेवाओं की सराहना की। कलेक्टर ने कहा कि आयुर्वेद सभी चिकित्सा पद्धतियों की जननी है। जिसने सही मायनों में स्वास्थ्य की सम्पूर्ण परिभाषा विश्व के सामने प्रस्तुत की है कि व्यक्ति तभी स्वस्थ है, जब उसका शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य व सामाजिक स्वास्थ्य हो। वर्तमान समय में जिस तरह से जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां विस्फोटक रूप से बढ़ रही हैं, उसका एकमात्र समाधान आयुर्वेद उपचार ही है। उन्होंने भगवान धन्वंतरि, आचार्य चरक, आचार्य सुश्रुत, वाग्भट आदि ऋषियों को याद किया।