Alwar विश्वविद्यालयों में एनईपी प्रणाली, साल में दो बार परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी

 
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर उच्च शिक्षा को बेहतर करने के लिए एनईपी पद्धति (राष्ट्रीय शिक्षा नीति) की शुरूआत की गई है। इस पद्धति के तहत राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय में पहली बार प्रथम सेमेस्टर के टर्म टेस्ट शुरू किए गए हैं। अभी टर्मटेस्ट स्नातकोत्तर कक्षाओं के शुरू किए गए हैं। ये केवल विश्वविद्यालय में संचालित हैं। बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव होने के कारण महाविद्यालय में आयोजित होने वाले प्रथम सेमेस्टर के टर्मटेस्ट में देरी हो रही है। चुनाव के चलते सभी महाविद्यालयों के प्रोफेसरों और अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। ऐसी स्थिति में फिलहाल ये प्रथम टेस्ट होता नहीं दिख रहा।

साल में दो बार होगी परीक्षा

अभी तक केवल स्वायत्त कॉलेजों में ही सेमेस्टर पद्धति का संचालन था, लेकिन सत्र 2023-24 से सभी महाविद्यालय में एनईपी के तहत सेमेस्टर पद्धति को लागू किया गया है। अब स्कूल की तर्ज पर ही महाविद्यालयों में परीक्षाओं से पहले टर्मटेस्ट आयोजित होंगे। सेमेस्टर पद्धति तहत अब महाविद्यालयों में एक साल में दो बार परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के कारण प्रथम सेमेस्टर परीक्षा दिसम्बर के अंतिम सप्ताह या जनवरी माह में शुरू किए जाएंगे। सभी महाविद्यालय सेमेस्टर परीक्षाओं की तैयारी में जुटे हुए हैं। वर्तमान में अलवर जिले में 165 सरकारी और निजी महाविद्यालय संचालित हैं। नए भवन में हुआ प्रथम टर्मटेस्ट का आयोजन : राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय के नए भवन हल्दीना में प्रथम बार 250 विद्यार्थियों ने पहली बार टर्मटेस्ट दिया। बताया जा रहा है कि विश्वविद्यालय में टर्म टेस्ट के दौरान 80 फीसदी विद्यार्थियों की मौजूदगी रही।

ये करवाए जा सकते हैं कार्यक्रम 

एनईपी पद्धति के अनुसार अलग-अलग विषयों में सुविधा के अनुसार कार्यक्रम करवाए जा सकते हैं। इसमें टर्म टेस्ट, प्रोजेक्ट, होम असाइनमेंट, वर्कशॉप, सेमिनार, सर्वे करवाया जा सकता है। इनका आयोजन विषयों के अनुसार ही होगा। यही कार्यक्रम स्नातक के विद्यार्थियों के लिए भी लागू होगा।