Ajmer एडीए में ऑनलाइन फाइल ट्रेसिंग सिस्टम फेल, आवेदक हो रहे परेशान

 

अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर विकास प्राधिकरण में पत्रावलियों की ऑनलाइन ट्रेकिंग के दावे हकीकत में कतई उलट हैं। पट्टों व भू-रूपांतरण के आवेदन के बाद फाइलें महीनों तक पता नही चलतीं। अनुभागों में इधर-उधर पड़ी रहती हैं। आवेदक अपनी फाईलों की जानकारी के लिए चक्कर लगा कर थकने के बाद दलालों की शरण में जाने के विवश होते हैं। एडीए में सिंगल विंडो सिस्टम बनाया गया था। इसमें निर्धारित अवधि में संपूर्ण प्रक्रिया पूरी होने के बाद आवेदक के हाथ में दस्तावेज आ जाता है। लेकिन अब ऐसा कुछ नजर नहीं आता। ऑनलाइन पर संविदाकर्मी काम कर रहे हैं।

फाइल ट्रेसिंग सिस्टम (एफटीएस) के जरिए आपकी पत्रावली किस अनुभाग में है इसकी स्थिति पता लगाई जा सकती है। लेकिन पत्रावलियों के दबाव के चलते यह सिस्टम फेल हो गया। पत्रावली आ जाती है तो उसकी एंट्री नहीं होने से वह ऑनलाइन नजर नहीं आती। जानकारों के अनुसार दस सर्किल पटवारियों के पास कम से कम 2000 फाईलें प्रत्येक के पास हैं। कुल 20 से 25 हजार फाईलें हैं। इस कारण सर्वर दबाव नहीं झेल पाया। अब मैन्युअली पत्रावली देखनी होगी। रोजाना संबंधित विभाग में कई लोग पत्रावलियां को नम्बर के आधार पर रजिस्टरों में ढूंढते नजर आते हैं।

भूमि का राजस्व रिकार्ड

चेन ऑफ डॉक्यूमेंट

बिजली-पानी के बिल

मौके पर निर्माण की स्थिति

90-ए होने के बाद इसे सरकारी मानते हुए नियमन के लिए भेजा जाता है।

उपायुक्त प्रभारी अधिकारी

पटवार अनुभाग (एलआर अनुभाग)

एईएन व पटवारी की मौका रिपोर्ट (पीटी सर्वे)

नगर नियोजन विभाग - किस्म भूमि

निर्माण - मौके पर निर्माण की स्थिति

विधि - कोई विधिक रोक तो नहीं

योजना - किसी योजना का भाग तो नहीं

नियमन में हरी झंडी

वित्तीय विभाग - डिमांड नोट

राशि जमा के बाद पट्टा जारी।

सिस्टम खराब है तो दिखवाते हैं क्या समस्या है। यदि कोई समस्या है तो उसे दुरुस्त कराया जाएगा।