Ajmer क्या कानूनों के प्रावधानों को बदलना जरूरी, या इन्हें वैसे ही रखा जाना चाहिए?

 
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर  राजस्थान लोक सेवा आयोग में आरएएस-2021 के तृतीय चरण के साक्षात्कार सोमवार से शुरू हुए। विभिन्न इलाकों से आए अभ्यर्थियों से सवाल पूछे गए। इनमें सम-सामायिकी, प्रशासनिक कामकाज, इतिहास, भूगोल, सांस्कृतिक और सामाजिक व्यवस्था से जुड़े प्रश्र शामिल रहे। तृतीय चरण में 300 से ज्यादा अभ्यर्थियों को बुलाया गया है। साक्षात्कार का तीसरा दौर 6 सितंबर को पूरा होगा।

अभ्यर्थियों से पूछे यह सवाल

●75 साल के भारत का आर्थिक, सामाजिक और लोकतांत्रिक विश्लेषण कर बताएं.., क्या-क्या सुधार की आवश्यकता मानते हैं?

●कानूनों के प्रावधान में बदलाव की जरूरत है, या इन्हें यूं ही यथावत रखा जाना चाहिए?

●संविधान रिपब्लिक शब्द से क्या अभिप्राय है, इसकी जरूरत भारतीय परिप्रेक्ष्य में क्यों पड़ी?

●राजस्थान देश के अन्य प्रांतों से सांस्कृतिक, भौगोलिक रूप से भिन्न है...? इसके मजबूत और कमजोर पक्ष को समझाएं?

●किसी गोलकीपर के शॉट से दूसरी टीम के गोलपोस्ट में बॉल पहुंच जाए तो इसे गोल माना जाएगा या नहीं?

●भारत, इंडिया, हिंदुस्तान, आर्यावृत को किस रूप में देखेंगे? इसे भारतीय उपमहाद्वीप कहने की ठोस वजह बताइए?

●देश में राज्यों और शहरों के नाम क्षेत्रीयता के आधार पर बदले जा रहे हैं। यह उचित है, या केवल चुनावी स्टंट मात्र है?

●आंवला, टड्डा, गोखरू, झेला, अणत, हंसुली किससे जुड़े हैं। इनके नाम और पहचान की क्या अहमियत है? - रैलियों, आंदोलन, परस्पर विवादों के रूप में अफसरों के समक्ष चुनौतियां रहती हैं? इन्हें किस तरह काबू किया जा सकता है?

●टैक्स की प्राचीन और नवीन प्रणाली में बेहतर कौनसी है? दोनों में किसे पारदर्शी और सरल मानते हैं?