Ajmer सरकार के नुमाइंदों ने दिखाई ताकत, अपनी मांगें मनवाने में लगे

 

अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर  राज्य में विधानसभा चुनाव से पूर्व सरकारी विभागों के कार्मिकों एवं अधिकारियों की मांगों को लेकर भी सरकारी कारिन्दों की आवाज मुखर हो गई है। अपनी लम्बित मांगों को मनवाने के लिए एवं सरकार का ध्यान आकृष्ट करने के विभिन्न विभागों की ओर से धरना-प्रदर्शन एवं सामूहिक अवकाश आदि का निर्णय किया जा रहा है। मगर इन प्रदर्शनों के बीच आमजन की परेशानी भी बढ़ रही है। काम प्रभावित हो रहे हैं। अक्टूबर माह तक मांगों के समाधान की उम्मीद को लेकर कर्मचारी संगठन इन दिनों सक्रिय हैं।

नर्सिंगकर्मियों की दो घंटे गेट मीटिंग

पिछले 42 दिनों से नर्सिंगकर्मी क्रमिक धरना दे रहे हैं। वहीं पिछले 10 दिन से नर्सेज लगातार सुबह 8 से 10 बजे तक गेट मीटिंग कर कार्य का बहिष्कार कर रहे हैं। मेडिकल कॉलेजों के संबद्ध अस्पतालों में पिछले कई दिनों से धरना-प्रदर्शन से भी मरीज भी परेशान हो रहे हैं। हाल ही 25 अगस्त को सामूहिक अवकाश कर चुके हैं। राजस्व विभाग के अधिकारी भी कर चुके है प्रदर्शन राजस्व विभाग के तहसीलदार, गिरदावर व भू-अभिलेख निरीक्षकों की ओर से राजस्व मंडल के बाहर धरना प्रदर्शन कर चुके हैं। विगत सप्ताह अजमेर में रैली निकालकर सरकार को आगाह भी किया।

मेडिकल चिकित्सक शिक्षकों ने किया प्रदर्शन

राजस्थान मेडिकल कॉलेज चिकित्सक शिक्षकों की ओर से काली पट्टी बांधकर कार्य किया जा रहा है। हाल ही मेडिकल कॉलेज में प्रदर्शन कर चुके हैं। कार्य बहिष्कार की चेतावनी को चार बार वापस ले चुके हैं। विभिन्न मांगों का अभी तक समाधान नहीं हुआ है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कार्मिक कर चुके हैं प्रदर्शन राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के मंत्रालयिक कर्मचारियों की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर गेट मीटिंग के बाद सामूहिक अवकाश लेकर सरकार का ध्यान आकृष्ट किया गया है। कर्मचारी संगठन मांगों को लेकर लामबंद भी हो रहे हैं।