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Alwar 600 वर्ग किमी तक बढ़ सकता है सरिस्का सीटीएच का क्षेत्रफल

 
Alwar 600 वर्ग किमी तक बढ़ सकता है सरिस्का सीटीएच का क्षेत्रफल
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर सरिस्का टाइगर रिजर्व से हर माह बाहर आ रहे बाघों को रोकने के लिए प्रदेश सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए क्रिटिकल टाइगर हैबीटेट (सीटीएच) का विस्तार होगा। यह विस्तार 600 वर्ग किमी हो सकता है। इसमें राजगढ़ व अलवर बफर वन मंडल का जंगल आ सकता है। ऐसे में बाघ अपनी टेरेटरी नए एरिया में बना सकते हैं। खोह, तिलवाड़, पालपुर की खानों के बंद होने से खाली हुआ करीब 400 हेक्टेयर एरिया भी किसी न किसी रूप में काम में लेने की तैयारी चल रही है। यहां वाइल्ड लाइफ गतिविधियां शुरू होंगी।

ऐसे बाहर आए बाघ: सरिस्का का क्षेत्रफल 1213 वर्ग किमी का है। इसमें सीटीएच एरिया 881 वर्ग किमी है। सुप्रीम कोर्ट की सेंट्रल एपावर्ड कमेटी ने कहा है कि सीटीएच एरिया इससे ज्यादा होना चाहिए, कम न हो। इसी बीच बाघों का जंगल से बाहर आना शुरू हो गया। चार बाघ सीमा से बाहर चले गए। जनहानि भी होते-होते बची। इसमें दो बाघ ऐसे थे जो अपनी टेरेटरी के लिए बाहर आए। ऐसे में बाघों के लिए सीटीएच एरिया छोटा पड़ रहा है। सीटीएच में ही बाघ अपनी टेरेटरी बनाते हैं। इसके लिए रास्ता निकाला जा रहा है।

खानों का यह एरिया खाली: सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मई 2024 में 92 खानें बंद हो गई। ये सीटीएच से एक किमी के दायरे में थीं। खानों के बंद होने से यह एरिया खाली हो गया। यह एरिया बल्देवगढ़, दुंदपुरी, खोह, तिलवाड़, पालपुर, अजबगढ़, कलसीकलां तक है। इस एरिया में भी वाइल्ड लाइन गतिविधि शुरू हो सकती हैं।

शावक हो रहे बड़े, 6 माह बाद कई को चाहिए टेरेटरी: शावकों की संया 18 है। कुछ शावक 6 माह बाद एक साल से ज्यादा आयु के हो जाएंगे। ऐसे में वे टेरेटरी के लिए बाहर आएंगे। इससे पहले सीटीएच का दायरा बढ़ाया जाएगा। क्षेत्र निदेशक संग्राम सिंह कटियार की अध्यक्षता में बनी कमेटी इसे अंतिम रूप देगी। 30 अप्रेल तक ड्राट आएगा और फिर आपत्तियां मांगी जाएंगी। नवंबर से पहले सभी कार्य पूरे करने होंगे।