Alwar कोर्ट का लिपिक 1.50 लाख की रिश्वत लेते धरा
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर एसीबी ने गुरुवार शाम 4.53 बजे कचहरी परिसर के गेट के पास न्यायालय राजस्व अपील प्राधिकारी अलवर में कार्यरत लिपिक जितेंद्र मीणा को परिवादी की जमीन पर लगे स्टे को हटाने की एवज में 1.50 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से रिश्वत राशि बरामद कर ली है। एसीबी के डीएसपी महेंद्र मीणा ने बताया कि परिवादी रमनलाल सैनी निवासी नारायणपुर ने 13 दिसंबर 2024 को शिकायत दी कि उसकी मास्टर माइंड एज्यूकेशन समिति है।
उसने 30 मार्च 2022 को समिति के नाम स्कूल संचालन के लिए सुरज्ञानी से जमीन खरीदी थी। इसके बाद विक्रेता सुरज्ञानी की बहन मोहिनी व चचेरा भाई मंगतराम ने नारायणपुर एसडीएम जमीन बंटवारे का दावा कर कर दिया। एसडीएम ने 6 मार्च 2024 को जमीन नपवाने और बंटवारे के आदेश दिए। इस पर तहसीलदार ने 15 मार्च 2024 को जमीन का बंटवारा कर दिया और परिवादी का खाता अलग कर दिया। लेकिन, आरोपी लिपिक ने विक्रेता सुरज्ञानी की बहन व चचेरे भाई से मिलीभगत कर एसडीएम के बंटवारे के आदेश पर स्टे लगवा दिया। जबकि उसके वकील ने राजस्व अपील प्राधिकारी अलवर के यहां पूर्व में ही केविएट दाखिल की हुई थी। शेष पेज|18 पर आरोपी जितेंद्र