Ajmer एडीए ने बिना नोटिस जेसीबी से ध्वस्त किया अवैध निर्माण
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर विकास प्राधिकरण ने आनासागर के किनारे बने निर्माण को ध्वस्त करने की कार्रवाई की। जेसीबी की मदद से एडीए की टीम ने इसे अवैध निर्माण बताकर यह कार्रवाई की। वहीं, पीड़ित का कहना है कि यह 1987 से बना हुआ है और इसे पहले भी जब्त किया गया था। कोई नोटिस भी नहीं दिया गया। पीड़ित हीरालाल डिडवानिया के अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया। बताया जाता है कि 1200 गज पर कब्जा है और पट्टा 1097 गज का है। ऐसे में अवैध रूप से निर्माण किए गए जमीन के बड़े हिस्से को ध्वस्त किया गया।
एडीए की तहसीलदार सुनीता चौधरी, जेईएन मनोज कुमार, गिरदावर संजीव गुप्ता सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने 8 नवंबर को सर्किट हाउस में जनसुनवाई की। जनसुनवाई में पहुंची अजमेर दक्षिण विधायक अनिता भदेल नाराज दिखीं। उन्होंने पिछले महीने अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा आनासागर के किनारे की गई कार्रवाई के दौरान गैस गोदाम को जब्त करने को गलत बताया। उन्होंने मंत्री से शिकायत की कि प्राधिकरण ने गैस गोदाम स्वीकृत कर फ्री होल्ड लीज देने के बावजूद उसे सीज कर दिया है।
न तो नोटिस दिया गया और न ही कागजात की जांच की जा रही है। अनुमति है, कन्वर्जन है, इसके बावजूद अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। उन्होंने प्राधिकरण के उत्तर जोन उपायुक्त भरत गुर्जर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि जनप्रतिनिधि अगर काम के लिए फोन करे और कहे कि अभी फोन करवा दिया है तो उसके 50 हजार रुपए लगेंगे। विधायक ने कहा कि वह चोर है, जेबकतरे हैं, मैं पकड़कर पीटूंगा। विधायक भदेल की शिकायत के बाद अजमेर विकास प्राधिकरण आयुक्त नित्या के ने शुक्रवार को उपायुक्त (डीसी) के जोन बदल दिए। जारी आदेश के अनुसार सूर्यकांत शर्मा को उपायुक्त जोन उत्तर लगाया है। जोन उत्तर में रहे भरतराज को किशनगढ़ जोन का उपायुक्त लगाया है।