जयपुर के गोविंद देव जी मंदिर से जुड़े फैक्ट्स

जयपुर के आराध्य देव

सिटी पैलेस परिसर में स्थित

राजस्थान के जयपुर में सिटी पैलेस परिसर में स्थित गोविंद देव जी मंदिर राजस्थान में उच्च धार्मिक मूल्य के साथ जयपुर का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।

वृंदावन के ठाकुर श्री कृष्ण के 7 मंदिरों में से एक

यह मंदिर वृंदावन के ठाकुर श्री कृष्ण के 7 मंदिरों में से एक है जिसमें श्री बांके बिहारी जी, श्री गोविंद देव जी, श्री राधावल्लभ जी और चार अन्य मंदिर शामिल हैं।

गोविंद देव जी मंदिर का इतिहास

गोविंद देव जी की यह मूर्ति वृंदावन में स्थापित थी लेकिन सम्राट औरंगजेब द्वारा मंदिरो को नष्ट करने के प्रयास के कारण राजा सवाई जय सिंह द्वारा मूर्ति को जयपुर स्थानांतरित कर दिया गया था।

आमेर के बादशाह अकबर ने

कुछ समय पश्चात गोविंद देव जी के मंदिर का निर्माण 1590 ई में आमेर के बादशाह अकबर ने करबाया था और मुगल बादशाह अकबर ने गायों के रहने और खिलाने के लिए 135 एकड़ जमीन भी दी थी।

गोविंद देव जी टेम्पल जयपुर की वास्तुकला

गोविंद देव जी मंदिर का निर्माण बलुआ और संगमरमर पत्थर से किया गया है। जिसकी सुंदरता बरकरार रखने के लिए समय-समय पर जीर्णोद्धार किए गए है।

शाही परिवार के लिए

यह मंदिर हरियाली से घिरे हुए एक विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है। इसे शाही परिवार के लिए एक ग्रिड में बनाया गया था, इसलिए यह मंदिर एक पैलेस की तरह दिखता है।

5000 लोग बैठ सकते हैं आसानी से

मंदिर के दक्षिण की ओर मुख किए हुए गर्भगृह में गोविंद देव विराजमान हैं जहाँ मंदिर का दर्शन हॉल इतना विशाल है कि इसमें 5000 से अधिक लोग आसानी से बैठ सकते हैं।

मंदिर की पौराणिक कथा

भगवान कृष्ण के पोते श्री बजरनाथ ने जब 5600 साल पहले अपनी दादी से श्री कृष्ण की छवि के बारे में पूछा तो, उनके विवरण के आधार पर भगवान कृष्ण की एक छवि बनाई, जिसमे सिर्फ पैर कृष्ण भगवान की तरह दिखते थे।

दूसरी छवि

बाद में उस छवि के आधार पर फिर श्री बजरनाथ जी ने आवश्यक समायोजन करने के बाद दूसरी छवि बनाई ,लेकिन छवि की सिर्फ छाती भगवान कृष्ण की तरह दिखती है। अंत में, उन्होंने तीसरी छवि बनाई जैसे बिलकुल भगवान कृष्ण दिखते थे।

गोविंद देव जी जयपुर का पौराणिक कथा

श्री बजरनाथ द्वारा बनाई गई उनकी पहली छवि का नाम मदन मोहन जी है जो करौली,राजस्थान में विस्थापित हैं, दूसरी छवि को गोपीनाथ जी के नाम से जाना जाता है जो पुरी बस्ती जयपुर में स्थापित है, और तीसरी दिव्य छवि गोविंद देवजी की है।

गोविंद देव जी मंदिर जयपुर दर्शन समय

गोविंद देव जी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए प्रतिदिन सुबह 4.30 से रात 9.30 बजे तक खुला रहता है लेकिन हम आपको बता दे की यहाँ पूजन और दर्शन का समय अलग-अलग होता है।

गोविंद देव जी मंदिर के आरती टाइम टेबल

मंगला आरती – सुबह 4:30 से 5:00 बजे तक धोप आरती – सुबह 7:30 से 8:45 बजे तक शृंगार आरती – सुबह 9:30 से 10:15 बजे तक राजभोज आरती – दोपहर 11:00 से 11:30 बजे तक ग्वाल आरती – शाम 5:45 से 6:15 बजे संध्या आरती -शाम 6:45 से 8:00 बजे तक शयन आरती – रात्रि 9:00 से 9:30 बजे तक

गोविंद देव जी मंदिर राजस्थान का प्रवेश शुल्क

आपको बता दे की गोविंद देव जी मंदिर में प्रवेश और गोविन्द जी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार का शुल्क नही देना होता है।

गोविंद देव जी मंदिर जयपुर घूमने जाने का सबसे अच्छा समय

जयपुर में गोविंद देव जी मंदिर घूमने जाने का प्लान बना रहे हो तो आपको बता दे की गोविंद देव जी मंदिर जयपुर जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर और फरवरी के महीनों के बीच है, जो राजस्थान में सर्दियों के मौसम को चिह्नित करते हैं।